दाऊद के गुर्गे इकबाल मिर्ची के हवाला गिरोह पर इडी की नकेल

August 2, 2015 7:55 PM4 commentsViews: 553
Share news

प्रवर्तन निदेशालय [इडी] ने माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के गुर्गे इकबाल मिर्ची के हवाला गिरोह पर नकेल कसी है। इस दिशा में ब्रिटिश कोर्ट को जांच में मदद का अनुरोध पत्र [लेटर रोगेटरी] भेजा है। मिर्ची लंबे समय तक भगौड़े दाऊद के हवाला कारोबार का प्रमुख रहा। अब उसकी मौत हो चुकी है।

इडी ने ब्रिटेन की कोर्ट यह पत्र राजनयिक माध्यम से भेजा है। इसमें मिर्ची व सहयोगियों के वित्तीय कारोबार, बैंक खातों, उसकी संपत्ति व अन्य सूचनाएं देने का आग्रह किया गया है। संदेह है कि उसने हवाला जैसे अवैध तरीकों से ब्रिटेन में भारी मात्रा में संपत्ति बनाई थी।

कई देशों के संपर्क में इडी

सूत्रों का कहना है कि अनुरोध पत्र केंद्रीय वित्त व गृह मंत्रालय एवं जांच एजेंसियों और ब्रिटेन की जांच एजेंसियों के सम्मिलित प्रयासों से जुटाई गई जानकारी के बाद भेजा गया है। इडी ब्रिटेन के अलावा संयुक्त अरब अमीरात [यूएई], स्पेन, साइप्रस, तुर्की और मोरक्को जैसे देशों के भी संपर्क में है। ताकि उनसे भी जानकारी जुटाने के लिए न्यायिक आग्रह किया जा सके।

3 हजार करोड़ का हवाला रैकेट

प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में 3 हजार करोड़ रुपये के बहुस्तरीय हवाला रैकेट के खिलाफ अभियान छेड़ा है।

बेटों व पत्नी को नोटिस

जांच अभियान के तहत इकबाल मिर्ची के दो बेटों व उसकी पत्नी, रिश्तेदारों व वकीलों को फेमा के तहत नोटिस भेजा गया है।

10 देशों में खरीदी संपत्ति

इकबाल मिर्ची की 2013 में ब्रिटेन में मृत्यु हो चुकी है। संदेह है कि उसने हवाला के जरिए भारत से पैसा बाहर भेजकर अपने सहयोगियों की मदद से 10 से ज्यादा देशों में संपत्ति खरीदी है। भारत में उसने पैसा काले-कारोबार से एकत्रित किया था। गत दिनों इडी ने मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच व बीएमसी तथा महाराष्ट्र भू-अभिलेख विभाग से भी मिर्ची की संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है।

मुंबई में बेची पांच प्रॉपर्टी का पैसा आतंकवाद में

इडी एक साल से मिर्ची की संपत्ति की जांच कर रहा है। उसमें पता चला है कि मिर्ची के परिवार ने 2010 में मुंबई के वर्ली सी फ्रंट जैसे पॉश इलाके में कम से कम पांच प्रॉपर्टी बेची थी। यह सौदा फर्जी पहचान-पत्र व फर्जी कंपनियों के माध्यम से किया गया। इन संपत्तियों को 1993 के बम धमाकों के बाद स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्सचेंज मेनीपुलेटर्स [संपत्ति जब्ती] [साफेमा] के तहत जब्त किया गया था। मिर्ची द्वारा बेचे जाने के बाद कोर्ट ने इन संपत्तियों को मुक्त कर दिया था। तब उन्हें मिर्ची की बेनामी संपत्ति माना गया था। इससे मिले करोड़ों रुपये से विदेशों में महंगी जायदाद खरीदी और उसका बड़ा हिस्सा दाऊद के जरिए होने वाली आतंकी गतिविधियों व माफिया कारोबार के हथियार खरीदने में लगा।

इडी की जांच के घेरे में

* मिर्ची की विश्व के 10 देशों में 50 दागी संपत्ति।

* देश-विदेश में 40 फर्म जांच के घेरे में

* भारत की निजी बैंकों में 20 बैंक खाते व कुछ विदेशी बैंकों में भी।

कौन था इकबाल मिर्ची

* मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले विश्व के शीर्ष तस्करों में शामिल।

* दाऊद के काले कारोबार का कर्ताधर्ता।

* 1994 में भारत ने उसके खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया।

* 1993 में मुंबई बम धमाकों के बाद भारत छोड़कर भाग गया था।

[साभार: नई दुनिया]

Tags:

4 Comments

Leave a Reply