बाबा साहब परिनिर्वाण दिवस पर आफताब आलम ने दिखाई बसपा की ताकत

December 6, 2018 4:19 PM0 commentsViews: 700
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नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। दलित और पिछड़ा समाज के महान प्रणेता बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर स्थानीय सदर तहसील परिसर में बसपा ने अपनी एकता और ताकत का प्रदर्शन किया। गोरखपुर, बस्ती मंडल के सभी प्रमुखजनों को सिद्धार्थनगर में निमंत्रित कर बसपा प्रत्याशी आफताब आलम ने जहां पार्टी के नेताओं में अपनी लोकप्रियता साबित की, वहीं बसपा के मुकामी खांटी कैडरों की शत प्रतिशत उपस्थिति करा कर उन्होंने पार्टी की ताकत दिखाई। बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस पर जिले में अब तक का सबसे भव्य और कैडरयुक्त आयोजन कर आफताब आलम ने संकेत दे दिया है कि आने वाले चुनाव में की चुनौती बेहद शक्तिशाली होगी।

अम्बेडकर दिवस पर आज तक का सबसे भव्य पांडाल

आज सदर तहसील में भव्य पांडाल में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सासद और मुख्य जोन इंचाज घनश्याम चन्द्र खरवार थे तो उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रुप में पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी व पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी जैसी नामचीन हस्तियां भी मौजूद थीं। कार्यक्रम में बाबा साहब को श्रद्धाजंति अर्पित करने के साथ मंच पर दबे कुचले समाज को लेकर हुकारें भी भरी जा रहीं थीं। मुख्य अतिथि घनश्याम खरवार बाबा साहब अंबेडकर द्धारा दलित और दबे कुचले समाज के लिए बाबा साहब द्धारा किये गये कार्यों का हवाला देकर दलितों को आत्मसम्मताने और वर्तमान केन्द्र सरकार को उखाड़ फेंकने का आहवान कर रहे थे।

राम प्रसाद ने पिछड़ा वर्ग को दिया संदेश

दूसरी तरफ पूर्व सांसद राम प्रसाद चौधरी पिछड़ा वर्ग को यह समझाने की सफल कोशिश में थे कि पिछड़ा वर्ग के हितों की रक्षा के लिए बाबा साहब ने कैसे कैसे प्रयास किये और वर्तमान में बहन मायावती जी की नीतियों से आगे चल कर उन्हें कितना फायदा हाने वाला है। मंच पर मौजूद बसपा के दिग्गज सवर्ण नेता कुशल तिवारी ने भी सवर्ण समाज सहित सर्वसमाज के लिए मायावती जी को समय की आवश्यकता बताया।

आफताब ने मुसलमानों को बताया स्वाभाविक मित्र

कार्यक्रम के आयोजक और बसपा के डुमरियागंज के प्रभारी आफताब आलम ने बाबा साहब अंबेडकर की चर्चा में उनके लिए मुस्लिम समाज द्धारा अपी सीट देने, सावित्री बाई फुले को दलितों की शिक्षा के लिए जगह न मिलने पर मुस्लिम महिला द्धारा अपना घर देने की बात कर दलितों और अल्पसंख्यकों को स्वाभाविक मित्र बता कर उनके गठजोड़ की मजबूती और लोगों को उससे होने फायदे की बात समझाया।

कठिन है आफताब आलम की चुनौती

कुल मिला कर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में घनश्याम खरवार, राम प्रसाद चौधरी, कुशल तिवारी और आफताब आलम ने मिल कर दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक और सवर्ण समाज का समर्थन हासिल करने की एक मंच से कोशिश की, जिसका प्रभाव भी लोगों पर पड़ा। सर्व समाज को जोड़ने की बसपा की आज की यह रणनीति कामयाब मानी जा रही है। इस कार्यक्रम से यह संकेत मिला है कि निकट भविष्य में अध्रिकुत रुप से आफताब आलम के लोकसभा प्रत्याशी होने पर उनको चुनौती देना आसान न होगा।

कार्यक्रम में बडे नेताओं का जमावड़ा

सुधीर कुमार भारती मुख्य जोन इन्चार्ज बस्ती-गोरखपुर-आजमगढ़ मण्डल की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में सुरेश कुमार गौतम, के० के० गौतम, भगवान दास,  उदयभान, सीताराम चैहान, संजय गौतम, जीतेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू, राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, दूधराम, लाल चन्द्र निषाद, अरशद खुर्शीद, सैय्यदा खातून, अनिल त्रिपाठी, विजेन्द्र मणि, जफर अहमद उर्फ बब्बू, धीरसेन निषाद, मोतीलाल जायसवाल, दिनेश चन्द्र गौतम, प्रेम सागर जी, सुरेश चन्द्र, पुष्पा चन्द्रा, रतन सागर, शोभनाथ, मुमताज अहमद, पी.आर.आजाद, रामकृपाल मौर्य, दिनेशचन्द्र गौतम, शमीम अहमद, राममिलन भारती, मुनीराम राजभर, राजेन्द्र कन्नौजिया, रामशंकर मौर्य, रामनयन आनन्द, रामअचल गौतम, रामकिशोर, हाजी अरशद खुर्शीद, शम्स तबरेज़, सैय्यदा खातून, मुमताज, अमरेश पाल यादव, राजाराम लोधी, मनोज मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे।

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