शर्मनाक: मदरसे के बच्चों को सीएम अखिलेश के अफसरों ने सड़क पर फिंकवाया

August 19, 2015 12:38 PM3 commentsViews: 4263
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नज़ीर मलिक

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“सिद्धार्थनगर ज़िले के सबसे पुराने मदरसों में शुमार दर्सगाह इस्लामी पर ज़िले के हाकिमों ने ताला जड़वा दिया है। यहां के मासूम बच्चे पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। कई दिनों से जारी इस सरकारी प्रताड़ना के ख़िलाफ़ मदरसा कमिटी अपने बच्चों के साथ ट्रॉली में बैठकर डीएम ऑफिस पहुंच गई। मगर डीएम सुरेंद्र कुमार ने फरियाद सुनने की बजाय बच्चों और मदरसे के टीचरों को दुत्कार दिया। मदरसे के नाज़िम मोहम्मद इलियास कहते हैं कि हमारी क़ौम ज़िंदगी भर समाजवादी पार्टी को वोट देती है लेकिन हमारे साथ ही दुश्मनों की तरह सुलूक किया जा रहा है।”

मदरसे के सैकड़ों बच्चे-बच्चियां दो ट्रॉली में लदकर सुबह 10 बजे डीएम ऑफिस पहुंचे। कुछ ही मिनट में एयर कंडीशंड कार में सवार होकर डीएम डॉक्टर सुरेंद्र कुमार भी आ गए। मगर अपने ऑफिस के बाहर इकट्ठा बच्चों को देखकर वह तमतमा उठे। नाज़िम मोहम्मद इलियास ने जब उन्हें अपनी अर्ज़ी थमानी चाही तो डीएम सुरेंद्र कुमार ने उन्हें झिड़क दिया और अर्ज़ी ज़मीन पर फेंक दी। इलियास सवालिया लहज़े में कहते हैं कि हम किसी हुक़ूमत में जी रहे हैं? हमारे ही साथ ज़ुल्म हुआ और अब इंसाफ की चौखट पर दुत्कार लगाई जा रही है।

https://youtu.be/QnIzj4Ha5hA

फिलहाल मदरसा कमिटी के सदस्य सभी बच्चों के साथ डीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। मदरसा कमिटी के सदस्य हाजी वहाब खां कहते हैं कि ज़िले के अफसर सिर्फ इधर-उधर चक्कर कटवा रहे हैं। समाजवादी पार्टी का कोई नेता हमारे इंसाफ के लिए आगे नहीं आ रहा है। एक अन्य सदस्य हाजी मोहम्मद समी कहते हैं कि बेहतर तालीम के लिए मुस्लिम समाज संघर्षरत है। मगर समाजवादी पार्टी की सरकार, पार्टी के स्थानीय नेता और उनके अफसरों का रवैया देखकर बिल्कुल नहीं लगता कि ये मुस्लिम समाज पढ़ते-लिखते हुए देखना चाहते हैं।

क्या है विवाद?

madarsa-2बारिश से बचने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में जगह तलाशते बच्चे।

क्या है विवाद

करीमपुर स्थित मदरसा दर्सगाह इस्लामी में प्रबंधन को लेकर विवाद है। इसके आखिरी प्रबंधक डॉक्टर इनामुल्लाह थे और 27 अगस्त को इनकी मौत हो गई थी। मगर इसी दिन डॉक्टर इनामुल्लाह के बेटे मोहम्मद ख़ालिद ने अवैध तरीके से मदरसे पर कब्ज़ा कर लिया। मदरसा कमिटी को जब इसकी जानकारी हुई तो ज़िला प्रशासन से गुहार लगाई गई। डीएम ने विवाद की तफ्तीश करवाई और मदरसे पर अवैध कब्ज़े की पुष्टी हुई। पुलिस ने आरोपी मोहम्मद ख़ालिद के ख़िलाफ जालसाज़ी का मुकदमा दर्ज कर चार्जशीट दाखिल की लेकिन इसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। दर्सगाह इस्लामी मदरसा सुचारू रूप से चलने ही वाला था कि तभी डीएम की जांच को सदर तहसील के एसडीएम राजित राम प्रजपति ने पलट दिया। एसडीएम के फैसले से मदरसे का विवाद बढ़ गया और उसपर ताला लगा दिया गया है। इसीके ख़िलाफ़ मदरसा कमिटी के ज़्यादातर सदस्य बच्चों के साथ डीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।

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3 Comments

  • Stop posting fake news please .jo is video me hai wyakti aur iske sathi wahan pe awaidh kabza kar ke rakhe huye the aur jo bache dikh rahe hain inme inhe ke family aur relatives me se hain aur inhe trained kar kr laaye the aur kuch bacche jo nahin hain unke family ke unko jhansa deke ki tum logon ko wajeefa milega.
    Please share the right news

  • प्रिय अरिजित… कपिलवस्तु पोस्ट की टीम मौके पर गई थी। यहां मौजूद लोगों के काग़ज़ात की पड़ताल की गई, फिर उसके बाद ही ख़बर लिखी गई है। मदरसा कमिटी के ज़्यादातर सदस्य अपने-अपने हलफनामे के साथ वहां मौजूद थे। ख़बर की सत्यता से जुड़े सभी दस्तावेज़ कपिलवस्तु पोस्ट के पास मौजूद हैं। आपके आरोपों का अगर कोई ठोस आधार है तो उसे kapilvastupost@gmail.com पर भेज दें। इस ख़बर के लिए माफ़ी और आपके दावे से जुड़ी ख़बर छापी जाएगी।

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