खुनियांव क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नहीं दिख रहे खिलौने, कर्मियों ने कर लिया बंदरबांट

October 18, 2015 2:01 PM0 commentsViews: 109
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हमीद खान

सन्नाटे में डूबा स्ीडीपीओ कार्यालय भनवापुर

खुनियांव विकास क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर खिलौने आदि नहीं दिखाई पड़ रहे हैं। न ही स्थानीय लोगों को इस बाबत कोई जानकारी ही है। जिससे सहज गोलमाल की आंशका व्यक्त की जा रही है। विदित हो कि बाल विकास परियोजना कार्यालय खुनियांव अक्सर चर्चाओं में रहता है।

बीते दिनों विभाग द्वारा भेजे गये खिलौनों व अन्य सामग्री के बारे में स्थानीय लोगों को जानकारी नहीं है। बच्चो के लिए आये खिलौनों का कार्यालय से लगायत लिपिक व सुपरवाइजर की मिलीभगत से गोलमाल कर लिया गया है।

सूत्र बताते हैं कि शासन द्वारा प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आखों का पेन्सिलीन ,बुखार में काम आने वाली पैरासीटा माल का भी क्षेत्र में वितरण नहीं हो रहा है। क्षेत्र के बढ़या मिठौआ, नागचौरी, कनकटी आदि गांवो के लोगों ने बताया कि उन्हे सिर्फ केन्द्रों पर आने वाले पोषाहार के बारे में जाकारी है। लेकिन वह भी विशेष अवसरों पर जैसे क्रास चेकिंग अथवा पोलियों दिवस आदि में कुछ लोगो को वितरण कर कागजी कोरम पूरा कर लिया जाता है।

आफिस पर ड्यूटी में भी कर्मचारी समय का ध्यान नहीं देते । मर्जी के हिसाब से यहां सब कुछ चलता है, जिससे क्षेत्र के लोगांे को शिकायत व अन्य जानकारी करने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं क्षेत्र के रामजी, सुभद्र, उर्मिला गौतम आदि ने बताया कि इस योजना से जुड़े लोग मालामाल हो रहे हैं और अन्य लोगों को क्या मिलता है, यह बात विभाग के लोगों के अलावा जनप्रतिनिधि भी जानते हैं।

बाल विकास परियोजना कार्यालय में भ्रष्टाचार के चलते बाल योजना पर पूरी तरह ग्रहण लगा हुआ है। हाटकुक्ड योजना सहित धात्री आदि को भी इसका लाभ नहीं मिल पाता है। एक कार्यकत्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पोषाहार उठान से लेकर केन्द्रों के जांच के नाम पर भी सुविधा शुल्क की मांग की जाती है। विरोध करने पर प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है। लोगों ने जिलाधिकारी से जांच की मांग की है।

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