बढ़नीः आंसुओं में डूबे निसार बागी के शपथ ग्रहण समारोह ने खोली समाजवादी सिस्टम की पोल

December 13, 2017 12:15 PM0 commentsViews: 1609
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सग़ीर ए खाकसार

सिद्धार्थनगर। नगर पंचायत बढ़नी के अध्यक्ष पद की शपथ लेने का क्षण कल बहुत भावना से भरा हुआ था। निसार बागी जैसा कर्मठ और जुझारू नेता शपथ के बाद जब जनता को सम्बोधित करने उठे तो उनका चेहरा आसुओं में डूबा हुआ था। मानों उनके सीने में दबा सारा राजनीतिक दर्द  आंखों से छलक रहा हो।

हालांकि उनहोंने ऐसा कुछ नहीं कहा, जिससे उनके दर्द का यहसास हो, लेकिन सभी को उनके दर्द का पता था।  बचपन से लेकर आज प्रौढावस्था तक उन्होंने सदा समाजवादी परचम लहराया, मगर जब उन्हें कुछ मिलने का अवसर आया तो समाजवाद ने उनका हक छीन कर किसी दूसरे को दे दिया गया। लेकिन उन्होंने कभी उफ न किया।

वे पिछले कई चुनाव से नगरपालिका अध्यक्ष के लिए मैदान में उतर रहे थे। हर बार जिले के दिग्गज सपाई उनके खिलाफ ही रहे। पिछले चुनाव में तो इस असली सपाई को दिग्गजों की शह पर 50 वोटों से जबरन हरा दिया। वे चुनाव हारे लेकिन मैदान नहीं हारे। इसी का नतीजा था कि इस बार उन्होंने बड़े सपाइयों के विरोध के बावजूद मैदान मार लिया। इस बार भी वे निर्दल लड़े अौर सपाई दिग्गजों की ताकत को पछाड़ दिया। जीत के बाद उन्होंने घोषणा किया कि वे सपा नहीं छोड़ेंगे।

यही कारण था कि  बाहैसियत नगर अध्यक्ष जब वे अपने प्रथम संबोधन के लिए उठे, तो अपने दिल के दर्द को दबाने के लिए आसुंओं की धार का सहारा लेना पड़ा। ऐसा नहीं कि नगर अध्यक्ष का पद इतना पड़ा है कि उसे पाने की खुशी में निसार बागी जैसे जुझारु  व्यक्ति को खुशी में रोना पड़ जाये। दरअसल उनके यह आंसू समाजवादी सिस्टम में मिलने वाले जख्मों के गवाह थे, जो बेजुबान होते हुए भी समाजवादी पार्टी के भ्रष्ट सिस्टम की कहानी कह रहे थे। वे आंसू इस बात के गवाह थे कि कैसे संघर्ष तो असली समाजवादी करते है और मौके का लाभ अवसरवादी, जातिवादी और सम्प्रदायवादी उठाते हैं।

इस मौके पर बागी ने आंसुओं के बीच कहा कि मैं बढ़नी की अवाम का शुक्र गुज़ार हूँ कि यहां की अवाम ने मुझे नगर का प्रथम नागरिक चुना।मैं बिना किसी भेदभाव के सबका काम करूंगा।मेरे लिए सभी एक बराबर हैं।विकास को गति मिलेगी।जिन उम्मीदों और आशाओं के साथ आप ने मुझे चुना है, उन  पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा।संबोधन के दौरान समारोह में बागी अपने आंसू नहीं रोक पाए और फफक फफक कर रो पड़े।कुछ पल के लिए माहौल गमगीन हो गया और सन्नाटा पसर गया।

कार्यक्रम को मास्टर करम हुसेन इदरीसी, लोक बहादुर सिंह, राजकुमार सिंह (राजू शाही), वीपी त्रिपाठी, निश्चल सिंघल, पूर्व छात्र नेता खलकुल्लाह खान, नेपाली नेता अकील मिंया, निजाम अहमद ,सरदार हरभजन सिंह,सरदार गुरुशरण सिंह,वीपी त्रिपाठी, आदि लोगो ने भी सम्बोधित किया l विशेष रूप से अधिशासी अधिकारी शैलेन्द्र कुमार , लिपिक रामप्यारे यादव, श्री निवास मिश्रा, समस्त सभासद, भाजपा नेत्री अनिता जयसवाल, जिला पंचायत सदस्य बलरामपुर बदरे आलम, शेखर पाण्डेय, रवि शाह, पाटेशवरी, नागेन्द्र गुप्ता, मो० आरिफ , कलाम खान, आचार्य जुग्गीराम राही, आत्माराम अग्रवाल, मो.असलम, अफसर रिजवी, प्रिंसपल मौलाना दाउद मिसबाही, मौलाना बेलाल अहमद कादरी, मौलाना आफताब अहमद, ब्रजेन्द सिंह आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।समारोह में भारी जनसैलाब उमड़ा।सभी वर्गों एवं समुदायों के लोग ने हिस्सा लिया।

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