देवाइचपार परसा मर्डर केस में मासूम बच्चों की हत्या के आरोप में मां अनीता गिरफ्तार

July 28, 2017 6:16 PM0 commentsViews: 400
Share news

अजीत सिंह 

गिरफ्तारी के बाद एसपी आफिस में पूरी कहानी बयान करती अनीता

सिद्धार्थनगर। तीन दिन पूर्व ढेबरुआ थाने के देवाइच पर परसा गांव में पाई गई दो मासूमों की लाश का रहस्य सुलझा लिया गया है। बच्चों की कातिल उसकी मां अनीता ही थी। पुलिस ने आज सुबह अनीता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्या के पीछे की वजह प्रेम प्रसंग बताया जाता है। याद रहे कि लाश बरामदगी के समय ही कपिलवस्तु पोस्ट ने घटना के पीछे प्रेम प्रसंग का कारण बताया था।

पुलिस के मुताबिक अनीता घर से भागी हुई थी। उसके मिले बगैर हत्या का खुलासा संभव न था। इसलिए पुलिस ने पूीे इलाके में मुखबिरों का जाल बिछा दिया। उसने उस महिला से भी बातचीत की जिसने अनीतो को ढेबीुआ की तरफ जाते देखा था। अतएव उस क्षे़ में मुखबिर बिछा दिये गये।
आज सुबह–सुबह पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि अनीता ढेबरूआ थाने के मधवापुी गांव के बाहर एक गन्ने के खेत के निकट अपनी 6 साल की बच्ची के सथ घूम रही है। सूचना मिलते ही थनाध्यक्ष मुकेश रायके नेतृत्व में पलिस टीम मौके पर पहूंची और उसे गिरफतार कर लिया। बाद में उसेएसपी कार्यलय लाया गया।

अनीता की कहानी, उसी की जुबानी

एसपी कार्यलाय में अनीता ने पत्रकारों को बताया कि पति पत्नी में जमती नही थी। पति उसे अक्सर ताना देता था कि उसकी पहली बेटी तो उसकी है लेकिन बाद के दोनो बेटे अवैध सम्बंधों की देन हैं। बकौल अनीता पति के रोज रोज के ताने से वह परेशान थी। अतः उसका पति अर्जुन हाल में जब मुम्बई गया तो उसने भयानक फैसला कर लिया।
अनीता ने बताया कि उसने 26 जुलाई की भोर में चार साल के सुरेन्द्र और दो साल के बीरेन्द्र को मार कर गांव के पोखरे में फेंक दिया और परिवार का जेवर व 6 साल की बेटी लक्ष्मी को लेकर फरार हो गई। उसे कहीं पनाह नही मिली। सो वह तीन दिन से लगातार भटक रही थी । अन्ततः आज पकड़ी गई।

कहानी में और भी पेंच है
सवाल है कि अनीता का सचतुच किसी से अवैध संबंध था या उसका पति गलत बोलता है। इस बारे में गांव वालों का कहना है कि मुम्बई से आने पर उसके पति अर्जुन और अनीता में अक्सर विवाद होता था। पति की नामौजूदगी की उसका एक करीबी रिश्तेदार वहीं आता था। उसी से उसकर सम्बंध्र बताया जाता है।

कहां से पकड़ी गई अनीता
अनीता भाग कर बलरामपुर जिले के गैंसड़ी इलाके में अपने उसी रिश्तेदार केयहां भी गई थी। मोबाइल सर्विलास से इसकी पुष्टि भी हुई। लेकिन बाद में क्या हुआ कि वह ढेबरुआ थाने के करीब ही पकड़ी गई। मुमकिन है कि उसे बलरामपुर जिले से पकडा गया हो और गिरफ्तारी अपने जिले में दिखाई गई हो। पुलिस कभी कभी केस की आसानी के लिए लिखा पढी में ऐसा करती रहती है।
कैसे मार होगा बच्चों को?
अनीता ने अपने जिगर के दो टुकडों को कैसे मारा होगा, सह बात पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। कैसे एक एक कर उन दोनो मासूमों का गला घेंट की उन्हें पोखरे में फेंका होगा? कितना कठोर रहा होगा उसका दिल की बच्चों की चीखों से भी वही नहीं पिघला? कहावत सही है कि जो मां अपने बच्चों को खा जाये वह मां नहीं डायन है। अनीता ने इसे साबित भी कर दिया।

 

Leave a Reply