चुनावी यादें 91– जब लूट ली गईं पत्रकार सीमा मुस्तफा और फूंक दी गई बृजभूषण तिवारी की प्रचार जीप

May 23, 2018 2:47 PM0 commentsViews: 2005
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नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज लोकसभा सीट पर वर्ष 1991 का चुनावी समर बहुत रोचक था। उस समय देश की दो दिग्गज हस्तियां  राष्ट्रीय स्तर की पत्रकार सीमा मुस्तफा, कांग्रेस की दिग्गज नेता इस क्षेत्र से आमने सामने थीं। उनके मुकाबले में वर्तमान सांसद, बृजभुषण तिवारी सपा से और रिटायर्ड इंजीनीयर रामपाल सिंहं भाजपा के उम्मीदवार थे। यह वही चुनाव था, जिसमें सीमा मुस्तफा के खेमे से तकरीबन 5 करोड़ रुपये खर्च किये गये, तथा चुनाव के अंतिम चरण में सपा उम्मीदवार बृजभूषण तिवारी की जीप को आग के हवाले कर दिया गया।

वर्ष 1991 में यहा से जनता दल के टिकट से चुनाव लडने की उम्मीद  लिए सीमा मुस्तफा आईं, यह और बात है जनता दल से उन्हें टिकट नहीं मिला और वह कांग्रेस अर्स के टिकट पर चुनाव लड़ी। उनके बारे में कहा जाता था कि वह कांग्रेस की नेता मोहसिना किदवई को हराने के लिए आई थीं। खैर चुनाव प्रचार शुरू हुआ तो उन्होंने प्रचार में अपने विपक्षियों को मीलों नीछे छोड़ दिया। उनका जहां भी भाषण होता हजारों की भीड जुटती। उनके पीछे बेहतरीन कपड़ों में पांच से दस मीटर  लम्बे वाले बैनर ट्रकों में भरे होते। भाषाण खतम होते ही वे बैनर बाजारों व चौराहों पर लुटाये जाते। वे इतनी अधिक मात्रा में लुटाये गये कि उन बैनरों का आम मतदाता चादर, तकिये, राजई के रूप में एक दशक तक इस्तेमाल करता रहा।

इस चुनाव में दौलत जम कर लुटाई गई। लोग उनके कार्यालय पर सौ दो रुपये  के लिए जाते और हजार लेकर लौटते। ठग राजनीतिज्ञों की तो बन आई थी। सैकड़ों हजारो सियासी ठगों ने उनके लाखों हथियाये। सच तो यह है कि इस चुनाव में सियासी दलालों और मतदाताओं ने अपनी अपनी क्षमता के मुताबिक सीमा को जम कर लूटा। यह वह दौर था, जब दस लाख रुपये में लोकसभा का चुनाव लड़ लिया जाता था। जिले के इतिहास में धन की भूमिका इसी चुनाव में प्रभाव शाली हुई।

दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी की मोहसिना किदवाई व सपा के बृजभूषण तिवारी पुराने अंदाज में चुनाव लड रहे थे। भाजपा के रामपाल सिंह भी उनके आगे कहीं नही ठहरते थे। इसी चुनाव में नौगढ़ तहसील के सीकरी बाजार में भाजपा समर्थर्कोसिकरी बाजार में बृजभूषण तिवारी के प्रचार वाहन को आग लगा दी। उस समय आयेध्या कांड के कारण भाजपा समर्थक लोग सपा से बहुत नफरत करते थे। इसका मुकदमा काफी दिनों तक चला।

खैर चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में सीमा मुस्तफा का व्यवहार भावी सांसद की तरह होने लगा। वह कलकटर और एसपी से काफी आक्रामक अंदाज में बात करने लगी थीं। लेकिन चुना परिणाम आया तो भाजपा के रामपाल सिंह 1 लाख 97 हजार वोट पाकर चुनाव जीत गये। कांग्रेस की मोहसिना किदवई को एक लाख उन्तालीस हजार वोट मिले जबकि सीमा मुस्तफा ४९ हजार वोट पाकर चौथे स्थान पर रहीं। सांसद बृजभूषण तिवारी 51 हजार वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे।

 

 

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