डुमरियागंज सीट, कांग्रेस का परिदृश्य हुआ साफ, कल खलीलाबाद के साथ घोषित होगा टिकट

April 20, 2019 3:52 PM0 commentsViews: 3919
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नजीर मलिक

किसी ने लिखा है कि “कुफ्र टूटा खुदा़-खुदा करके।“ कांग्रेस ने डुमरियागंज सीट से आखिर टिकट के लिए स्पष्ट विजन बना लिया। अब इस सीट और खलीलाबाद सीट का फैसला एक साथ होगा। खलीलाबाद (संतकबीरनगर) और संतकबीरनगर में में कांग्रेस किसी एक सीट पर ही मुस्लिम उतारेगी। कपिलवस्तु पोस्ट कल होने वाली घोषणा का संकेत आज ही दे रहा है।

क्या है दिल्ली की हलचल

दिल्ली में होने वाली हलचल के मुताबिक अलाकमान चापलूसों की कनभराई सुनते रहने के बावजूद, जातीय समीकरण को ध्यान में रह कर अपना नजरिया बना चुका है। जिसके मुताबिक वह बस्ती मंडल में मात्र एक सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार देकर अपनी सोशल इंजीनीयरिंग करेंगा। इस लिहाज से देखा जाये तो संतकबीर नगर सीट से कांग्रेस ने परवेज अहमद को बहुत पहले उम्मीदवार घोषित किया था, मगर डुमरियागंज को नजर में रचाते हुए उनका सिंबल आवंटन (बी फार्म) रोक दिया गया है।

क्या है कांग्रेस की नई रणनीति

दरअसल कांग्रेस ने साफ तौर पर तय कर लिया है कि अब मंडल की तीन सीटों में से सिर्फ एक पर ही मुलिम उम्मीदवार उतरना है। इसलिए उसने परवेज अहमद खान का टिकट घोष्रित होनेकिे बाद भी फार्म बी रोक दिया। अब वह इस सीट से पूर्व सांसद भालचंद यादव पर दांव लगाने की सोच रही है। इसीलिए उसने भालचंद यादव को राजधानी में रोक रखा है। प्रियंका गांधी से भालचंद और परवेज दोनों से मुलाकात कर ली है। ऐसे में आसार यही है कि भालचंद यादव वहां से कांग्रेस के उम्मीदवार बन जाएंगे तो फिर डुमरियागंज से पूर्व सांसद का टिकट स्वतः पक्का हो जाएंगा।

डुमरियागंज में एक नया सवाल भी है

दिल्ली स्थित कांग्रेस के एक जिम्मदार सूत्र ने कुछ और जानकारी दी है, जिनके अनुसार किसी परिस्थिति में भालचंद को टिकट न मिलने पर वहां से परवेज ही लड़ेंगे, फिर रणनीति के तहत पूर्व सांसद मुकीम की जगह कौन लेगा।

इस बारे में दिल्ली के ही सूत्र का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुराने कांग्रेसी नेता व दर्जा प्राप्त मंत्री रहे नर्वदेश्वर पर दर्ज मुकदमों की जानकारी ली है। ज्ञात रहे कि उन पर इक्का दुक्का धरना प्रदर्शन के मुकदमें हैं। जाहिर है कि उनका रिकार्ड साफ है। प्रतीत होता है कि नर्वदेश्वर शुक्ला डुमरियागंज में रिजर्व में रखे गये हैं।

त्रिकोण का तीसरा कोण भी है

इससे लगता है कि इस परिस्थिति में पूर्व सांसद मुकीम को टिकट न मिलने की दशा में नर्वदेश्वर शुक्ल ही दूसरी पसंद होंगे। खुद मुकीम साहब भी आलाकमान से कह चुके हैं कि उन्हें टिकट न मिलने की दशा में नर्वदेश्वर शुक्ल ही बेहतर रहेंगे।  इसके अलावा कांग्रेस के एक बडे़ नेता ने भाजपा में टिकट के दावेदार रहे एक चिकित्सक को लड़ाने की बात की है। बहरहाल एक बात तय है कि भाजपा नेता जिप्पी तिवारी इस दौड़ में कहीं नहीं है अब यह स्पष्ट हो चुका है। मुकीम की दावेदारी कटने पर नर्वदेश्वर शुक्ल या तीसे नम्बर पर भाजपा के किट के दावेदार रहे डाक्टर है। लेकिन उनकी उम्मीद बहुत क्षीण है।

परवेज, मुकीम में से कोई एक ही आएगा

अब कपिलवस्तु पोस्ट कर पिष्लेशण साफ है। अगर परवेज का पूर्व टिकट बहाल रहेंगा तो पूर्व सासद मुकीम को जाना पडेगा, लेकिन यदि संतकबीर नगर से भालचंद आते हैं तो मुकीम साहब का टिकट तय है। फिलहाल कपिलवस्तु पोस्ट का  आंकलन है कि खलीलाबाद से भालचंद को टिकट मिलने जा रहा है, इसलिए मुहम्मद मुकीम डुमरियागंज के संभावित उम्मीदवार हैं । विपरीत परिस्थितियों में नर्वदेश्वर शुक्ल तो हैं ही। वह भी प्रतिद्धंदी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं। हार जीत अलग बात है। कांग्रेस के अंतिम अपडेट के लिए बनाए रखें कपिलवस्तु पोस्ट पर नजर।

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