घर बनवाने से पहले भट्ठा मालिकों का गोरखधंधा ज़रूर जानें

August 22, 2015 6:29 PM1 commentViews: 681
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अजीत सिंह

bricks

दुनिया का हर आदमी चाहे अमीर हो या गरीब, एक अदद आशियाने का सपना वह ज़रूर देखता है। मगर कड़ी मेहनत के बावजूद अपना घर हर किसी के नसीब में नहीं होता। इसकी तमाम वजहें हो सकती हैं मगर ईंट-भट्ठा कारोबारियों का जुर्म भी कम संगीन नहीं है। इनके गोरखधंधे की वजह से घर बनाने का सपना हाथ से निकल रहा है। मामला यह है कि ईंट-भट्ठा कारोबारी मनमाने तरीके से ईंट तैयार करते हैं। ईंट बनाने में ना तो मानक का ख्याल रखा जाता है और ना ही उसके आकार की निगरानी हो पाती है। ईंट निर्माता समिति के अध्यक्ष हाजी सुल्तान अहमद भी इस गड़बड़झाले की तस्दीक करते हैं।

मानक कहता है कि एक स्क्वायर मीटर में 52 से 53 ईंट अधिकतम लगनी चाहिए। मगर सिद्धार्थनगर ज़िले में निर्माणाधीन इमारत में एक स्क्वायर मीटर के लिए 58 से 59 खर्च करनी पड़ती हैं। वजह यह है कि सिद्धार्थनगर ज़िले के ईंट-भट्ठा कारोबारी जानबूझकर तय मानक से छोटे आकार की ईंट तैयार करते हैं। इस तरह वे प्रति स्क्वायर मीटर 5-6 ईंटें ज़्यादा बेचने में कामयाब हो जाते हैं।

हम सब जानते हैं कि ईंट के दाम साल दर साल बढ़ रहे हैं। 10 साल पहले प्रति ट्रॉली ईंट की कीमत ढाई हज़ार थी मगर आज इसकी कीमत 13 हज़ार पहुंच चुकी है। लगातार बढ़ रहे दाम की वजह से ईंट-भट्टा मालिक जमकर मुनाफ़ा कमा रहे हैं, वहीं छोटी साइज़ की ईंट बनाकर पब्लिक को भी चूना लगा रहे हैं। चूंकि यह बेहद बारीक मामला है, इसलिए पब्लिक की निगाह नहीं जाती। यही कारण है कि ईंट-भट्ठा मालिकों का यह खेल लंबे वक्त से चल रहा है।

नियम यह कहता है कि ईंट की लंबाई 23 सेंटी मीटर, चौड़ाई साढ़े सात सेंटीमीटर और ऊंचाई साढ़े ग्यारह सेंटीमीटर होनी चाहिए। मगर बाज़ार में मिल रही ईंट का आकार यह नहीं है। फिलहाल बाज़ार में मौजूद ईंट की लंबाई 21 सेंटीमीटर, चौड़ाई छह सेंटीमीटर और ऊंचाई 10 सेंटीमीटर है। मतलब कि चारों तरफ से एक-एक सेंटीमीटर की कटौती। समिति के एक ज़िम्मेदार पदाधिकारी ने दावा किया है कि अगर कोई व्यक्ति ईंट के आकार को लेकर उपभोक्ता फोरम चला जाए तो भट्टा मालिकों को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा। इस सिलसिले में जब सेल टैक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर जीपी सिंह से बात की गई तो उन्होंने मानक की बात मानी। मगर यह भी कहा कि ईंटों का आकार जांचना उनके दायरे में नहीं आता।

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1 Comment

  • Ye manak hr bhtte ka nai hi…..aur vaise bhi. Is sal se to supreme court ne khanan pr kda niyam lga diya hi jisse utter pradesh ke sare bhatte is sal se bnd ho gye hai…
    Ab fly aish se bni eent hi iska vikalp bnegi…

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