खास खबरः शिवांगी को राज्यपाल ने दिया ‘स्व. कमाल यूसुफ मलिक स्मृति’ पुरस्कार
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी कपिलवस्तु में आयोजित आठवें दीक्षान्त समारोह में सोनपति देवी महिला महाविद्यालय, महराजगंज की छात्रा कुमारी शिवांगी मिश्रा को ‘स्व. कमाल यूसुफ मलिक स्मृति’ स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। यह पुरस्कार प्रदेश की महामहिम राज्यपाल व कुलधिपति आंनंदीबेन पटेल ने अपने कर कमलों से दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले किसी मुस्लिम राजनीतिज्ञ के नाम से इतना प्रतिष्ठित पुरस्कार देने का जिले में यह पहला उदाहरण है।
मलिक कमाल यूसुफ डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र के सबसे अधिक काल तक विधायक रहे। उन्होंने जनता के विकास के लिए निरंतर संघर्ष् किया। कई बार लाठी जार्ज में घायल हुए और जेल यात्राएं भी कीं। आज में 80 के द’शक में कलक्ट्रेट परिसर बस्ती में हुए लाठी चार्ज में उनका बुरी तरह से घायल होना, उनकी संघर्ष क्षमता कीयाद दिलाता है। इसके अलावा इमरजेंसी के दौरान उनकी जेल यात्रा तथा माया त्यागी कांड के आंदोलन में हुई गिरफ्तारी यह बताती है कि वह जनहित क सवालों को लेकर कितने सजग थे। उनके नाम पर पुरस्कार देकर जिले के मुस्लिम जमात में राज्यपाल महोदया और कुलपति की जबरदस्त तारीफ हो रही है। स्व. कमाल के पुत्र इरफान मलिक कहते हैं कि यदि हम जनता के सवालों को लेकर अपने वालिद के रास्ते पर चंद कदम भी चल सके तो यह हमारी खुशकिस्मती होगी। इसके अलावा सलमान मलिक, गुफरान मलिक व साकिब मलिक इसके लिए महामहिम राज्यपाल व कुलपति महोदया का शुक्रिया अदा करते हैं।
याद रहे कि स्व. कमाल यूसुफ मलिक जो सिद्धार्थनगर जनपद की डुमरियागंज विधान सभा से पाँच बार विधायक, उत्तर प्रदेश सरकार मे राज्यमंत्री एवं सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए सिद्धार्थनगर जिले में शिक्षा के स्तर के पिछड़ेपन को देखते हुए शिक्षा के उत्थान के लिए मौलाना आज़ाद पी.जी. कालेज, बायताल-कादिराबाद, सिद्धार्थनगर एवं कई शिक्षण संस्थाओं के संस्थापक के साथ-साथ प्रदेश के कई अग्रणी शिक्षण संस्थाओं में प्रबन्ध समिति के सदस्य/पदाधिकारी के रूप में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करते रहे। आपातकाल के दौरान मीसा के तहत जेल की यात्रा भी की फलस्वरूप इन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लोकतंत्र रक्षक सेनानी का सम्मान दिया गया। इस जनपद में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु की स्थापना कराने मे मा. माता प्रसाद पाण्डेय जी के साथ स्व. कमाल यूसुफ मलिक जी की अहम भूमिका रही है। समाज, शिक्षा एवं राजनीति के क्षेत्र में इनका लगभग 50 वर्षों तक योगदान रहा है ।