नागरिक उत्पीड़न के मद्देनजर गंभीर आंदोलन का मूड बना रहे सपाई, मंत्रियों के घेराव की भी रणनीति
उत्पीड़न के विरोध में समाजवादी पार्टी लोकतांत्रिक विधि से हर संघर्ष को तैयार है, अब चुप रहने से काम नहीं चलने वाला – लालजी यादव
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर शनिवार को हुए सपा के घरना प्रदर्शन में इस बात के साफ संकेत मिले कि सामाजवादी पार्टी की जिला इकाई अब नागरिक उत्पी़ड़न के मुद्दे पर संघर्ष का मूड बना रही है। पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व विधायक लालजी यादव ने प्रदर्शन के बाद पत्रकारों से बातचीत में एक बड़े संघर्ष की धमकी भी दे दी है।

कलक्ट्रेट में शनिवार को धरने पर बैठीं सपा विधायक सैयदा खातून, जिलाध्यक्ष लालजी यादव के साथ सपा कार्यकर्ता
सपाइयों के आंदोलन को समझाने के लिए शनिवार के धरना प्रदर्शन को समझना पड़ेगा। इस कार्यक्रम में पहले गोरखपुर में विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और नेता विधान परिषद लाल बिहारी के कार पर हुए हमले के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम तय था। लेकिन इस कार्यक्रम के ठीक पहले आनन फानन में जिले की दो घटनाओं को भी जोड़ कर प्रदर्शन के ज्ञापन को एक से तीन सूत्रीय बना दिया गया। जिसमें इटवा थाना क्षेत्र के बदलिया में फागू शाह की मजार को समाधिस्थल में रूपानतंरित करने का षडयंत्र का आरोप लगाया गया। साथ ही इटावा कांड को लेकर विवाद के दौरान दो पिछड़ों को पीटे जाने के मामले में पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर प्रहार किया गया। सपाइयों ने आरोप लगाया कि जिले में दलतों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है और प्रशासन खास कर पुलिस प्रशासन ऐसी घटनाओं में इन वर्गों के प्रति उपेक्षा बरत रहा है।
प्रदर्शन के दौरान लगभग सभी वक्ताओं के भाषण में यह तीनों मुद्दे जरूर उठाये जाते रहे और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन से रोकने अथवा आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहने की चेतावनियां दी जाती रहीं। जिसें बाद पत्रकारों के सवाल जवाब के दौरान सपा जिलाध्यक्ष लाल जी यादव ने इसकी पुष्टि भी कर दी।
लालजी ने साफ कहा कि जिले में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न किया जा रहा। जिसमें हाल में एक मजार के विरूद्ध षडयंत्र तथा पिछड़ा वर्ग के एक अधिवक्ता की पिटाई का मामला काफी संगीन है। उनका आराप था कि यह सब सत्ता पक्ष के दबाव में प्रशासन की शह पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब बंद न हुआ तो हम आंदोलन करेंगे। जरूरत पड़ी तो मंत्रियों का भी घेराव करेंगे। सपा जिलाध्यक्ष की घोषणा साफ संकेत देती है कि अब वह आंदोलनों की धार को तेज करने वाली है।