जेंडर असमानता के खिलाफ नुक्क्ड़ नाटक के जरिए किया लोगों को किया जागरुक
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही लैंगिग असमानता के प्रति लोगों को जागरुक एवं संवेदित करने के उद्देश्य से नवोन्मेष द्वारा एक विशेष पहल की गयी है। पहल का नाम है ‘कदम मिलाकर चलना होगा’। इस पहल के अंतर्गत आज पहला कार्यक्रम ग्राम बसौनी के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ ही ग्रामवासियों को भी आमंत्रित किया गया था। लैंगिग समानता पर नवोन्मेष ने दो पीढ़ियों (अभिभावक एवं पुत्र/पुत्री) को एक साथ संवेदित करने का प्रयत्न किया। इस पहल के अंतर्गत छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से विविध प्रकार के संवाद स्थापित करने के साथ ही लोक गीतों के माध्यम से भी जागरूक किया गया। जागरूकता गीत सबने मिलकर गाया जिससे विद्यालय प्रागण गुंजायमान हो उठा।
नवोन्मेष अध्यक्ष विजित सिंह ने बताया कि तमाम प्रयत्नों के बावजूद अभी भी 0 से 6 वर्ष के बच्चों में 1000 लड़कों पर मात्र 914 लड़कियाँ हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि समाज में अभी भी लैंगिग असमानता पाँव पसारे हुई है। उन्होंने कहा कि नवोन्मेष का प्रयास है कि इस तरह के कार्यक्रम से लोगों को संवेदित कर सके जिससे शीघ्र ही समाज में सकारात्मक परिणाम दिखने लगे।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका विभा चतुर्वेदी ने नवोन्मेष के प्रयास की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि लोग लड़के-लड़की का भेदभाव मिटाकर एक आदर्श समाज की स्थापना करेंगे एवं सब साथ कदम मिलाकर आगे बढ़ेंगे।
नवोन्मेष की इस विशेष पहल के लिए विद्यालय परिवार ने नवोन्मेष को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम में नवोन्मेष के मुनीश ज्ञानी, राजेंद्र प्रसाद, भक्तराज ज्ञानी, समेत विद्यालय परिवार के अध्यापक अवधेश कुमार, त्रयम्बक मणि त्रिपाठी, मंजू, धर्मेन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे।