छुपा रहे तो प्यार, खुल जाये तो रेपः शोहरतगढ़ में युवती से गैंग रेप व 3 युवकों की गिरफ्तारी फर्जी तो नहीं?

February 20, 2021 12:42 PM0 commentsViews: 3198
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पीड़िता 14 साल की नहीं, पूर्णतया बालिग, पहले भी लगा चुकी है दो बार छेड़छाड़ के आरोप

नजीर मलिक

गैंगरेप के आरोप में पकड़े गये तीनों आरोपी

सिद्धार्थनगर । क्राइम की दुनियां में कई ऐसी घटनाएं देखी गई हैं युवक और युवती छूप छूप कर आपस में प्यार करते हैं, मगर कभी आपत्ति जनक अवस्था में देख लिए जाने पर लोक लाज के भय से लड़की अक्सर लड़के पर दुष्कर्म का आरोप लगाा देती है और लड़के को जेल काटनी पड़ती है। शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र में में भी गत दिवस एक ऐसा ही मामला सामने आया है। ग्रामीणों के मुताबिक जिसमें लड़की ने तीन युवकों पर गैग रेप का मुकदमा दर्ज करा कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया । इलाके में इस घटना की व्यापक चर्चा है।

क्या है पुलिस को बताई गयी कहानी?

शोहरतगढ़ थाने की पुलिस को दी गई तहरीर में लड़की के अनुसार गत 18 फरवरी को जब वह खेत की तरफ गई तो वहां पहले से मौजूद गांव के ही एक लड़के तथा बगल के चिल्हिया गांव के दो लड़कों ने मिल कर उसके साथ बलात्कार किया। तहरीर में लड़की की उम्र 14 साल लिखाई गई है। मामला एक दलित युवती का हेने के कारण पुलिस ने तत्परता से काम लिया और 19 फरवरी को तीनों को गिरफतार करके जेल भेज दिया। पकड़े गये युवकों के नाम हरीश चन्द्र, प्रभुदयाल विश्वकर्मा तथा पूर्णमासी है। इनमें हरीश चन्द्र पीडित लड़की के गांव का रहने वाला है। शेष दो पड़ोस के ग्राम गौर व खम्हरिया थाना चिल्हिया के रहने वाले हैं।

गांव वालों की नजर में मामला रेप नहीं प्यार का

लेकिन घटना वाले गांव में जाकर तफ्तीश करेंगे तो लड़की की बताई इस कहानी के उलट एक अन्य सनसनी खेज कहानी सामने आती है, जिसके अनुसार यह गैंग रेप का मामला कत्तई नहीं था। बल्कि यह गांव की एक सेक्स कहानी थी, जो जब तक ढकी छुपी रही तब तक प्रेमकहानी बनी रही , मगर जब बात खुल गई तो गैंगरेप यानी सामूहिक ब्लात्कार की फिल्मी पटकथा बना दी गई।

गांव वालों के मुताबिक पीड़ित लड़की का गांव के ही एक लड़के हरीश चन्द्र से अवैध सम्बंध था। घटना के दिन वह अपने दो दोस्तों के साथ उसे मिलने गया था।  लड़की व उसका प्रेमी दोनों ही खेत के पास स्थित टयूबबेल के पास आपत्तिजनक अवस्था में थे कि गांव के एक व्यक्ति ने उसे देख लिया। इसके बाद लड़की ने घर पर इस घटना को बलात्कार का रंग दे दिया। पुलिस भी क्या करती। मामला समाज के कमजोर वर्ग की लड़की का था, फलतः उसे भी मुकदमा लिख कर तीनों को गिरफतार कर जेल भेजना पड़ा।

पीड़ित नाबालिग नहीं बालिग है ?

जरा इस कहानी के तथ्यों पर गौर करें। गांववालों की बातचीत और घटना के में दी गई तहरीर के मुताबिक पीड़िता को  14 वर्ष की नाबालिग बताया गया है। मगर वास्तव में वह पूरी तरह से बालिग है। यह बात उसके मेडिकल रिपोर्ट से बाद में पता चल ही जाएगी, मगर जो भी पीड़ित लड़की कि शारीरिक संरचना देखेगा उसे 19 साल से कम नहीं मानेगा। बहरहाल वह बालिग है या नाबालिग, यह मेडिकल रिपोर्ट ही तय कर पायेगी, मगर शारीरिक सौष्ठव देखा जाये तो तो वह १४ साल से कहीं अधिक उम्र की लगती है।

पहले भी लगाा चुकी है छेड़छाड़ का आरोप?

दूसरी बात यह कि वह लड़की अतीत में भी दो बार अन्य लोगों पर छेड़छाड़ के आरोप लगा चुकी है। इसलिए इस बार उसका आरोप संदेह के घेरे में आ गया है। ग्रामीणों के मुताबिक इस बार की घटना में लड़की पक्ष के खिलाफ गांव के बहुत लोगों में आक्रोश है। यहीं करण है कि यहां काफी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस भी सच्चाई जानती है। गांव वाले कहते हैं कि यदि लड़की आपत्तिजनक अवस्था में न देख ली जाती तो प्रेम और सेक्स की यह कथा गैंगरेप की पटकथा में बिलकुल न बदलती। इस बारे में गांव के एक किसान ने टिप्पणी करते हुए कहा कि “ भइया का मोहब्बत, का रेप? आजकल जब तक मामला छुपा रहे प्यार होता है, मगर जब खुल जाता है तो रेप ही नहीं गैंगरेप तक बन जाता है।

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