मुम्बई से चली वृद्धा की झांसी में मौत, लाश को घर वालों ने छूने से इंकार किया
— सिद्धार्थनगर के मिश्रौलिया थाने का मामला, थानाध्यक्ष लाश कफन कराने के प्रयास में लगे
अमित श्रीवास्तव
मिश्रौलिया, सिद्धार्थनगर। मुम्बई से सिद्धार्थनगर के लिए चली एक महिला की रास्ते में मौत जाने से यहां मुकामी थाना क्षेत्र के उडवलिया गांव में दहशत का माहौल है। मृतक महिला 75 साल की बताई जाती है। गांव में आम चर्चा है कि उसकी मौत कोरोना से हुई है। जबकि उप जिलाधिकारी ने इससे इंकार किया है।
बताया जाता है कि उड़वलिया निवासिनी उक्त वृद्ध महिला एक साल से मुम्बई के कुर्ला में रह रही थी। मंगलवार को अपने गाँव के करीब 29 लोगो के साथ ट्रक से घर के निकली।रास्ते मे झांसी के आस पास उसकी मौत हो गयी। ऐसा उसके साथ गांव के आ रहे एक व्यक्ति ने फोन पर बताया।जब ये ट्रक जिले के बॉर्डर पर डिडई चौकी क्षेत्र में पहुंचा तो ट्रक में लाश होने की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और मृतक महिला के घर वालों को रात में बुलाकर लाश को उसके गांव भेजवा दिया गया।
ट्रक में मृतक महिला के साथ आ रहे बाकि लोगो को डिडई बॉर्डर मे किसी क्वारंटीन सेन्टर मे कोरंटाइन किया गया है।गाँव के बाहर एक बाग में मृतक महिला शव रखा है, जिसे छूने के लिए भी कोई उसके आस पास नही जा रहा है। हालांकि मौके पर थाना मिश्रौलिया प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार त्रिपाठी पुलिस बल के साथ मौजूद हैं और लाश को दफवाने का काम सावधानी के साथ करवा रहे हैं।
मृतक वृद्धा के पति की मौत 8 साल पहले हो चुकी है। उसके 3लड़के और एक लड़की है। सभी बालिग है। उपजिलाधिकारी शिवमूर्ति सिंह ने बताया कि उसकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। घर वाले कोई जाँच नहीं कराना चाह रहे थे। उन्होंने बताया कि लाश को मिट्टी में दफनाया जा रहा है। मौके पर पुलिस मौजूद है। ऐसे में एक बड़ा सवाल ये है कि आखिर ट्रक रोक के बावजूद मुम्बई से कैसे इतने लोगों को लेकर सिद्धार्थनगर तक पहुँची।और जब महिला की मौत की जगह उसके साथ के लोग झांसी के आस पास बता रहे है तो आखिर रास्ते मे इस ट्रक को क्यों नहीं रोका गया।