बाजार में बिकने जा रहा बीपीएल का 83 बोरा राशन ग्रामीणों ने ट्रक समेत पकड़ कर पुलिस को सौंपा
––– ग्रामीण बोले, कोटेदार हर माह कालाबाजार में बेच देता था गरीबों का निवाला
अमित श्रीवास्तव
मिश्रौलिया, सिद्धार्थनगर। बांसी तहसील के बड़हारघाट के ग्रामीणों ने कोटे का एक ट्रक राशन पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया है। आरोप है कि कोटेदार उसे बेचने के लिए बाजार ले जा रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि कोटेदार उनके गांव का बीपीएल का राशन हर माह बाजार में बेच देता है और गरीब चिल्लाते रह जाते हैं।
बताया जाता है कि बडहरघाट गांव का कोटेदार एक टाटा 407 में कोटे का अनाज भर कर उसे बेचने के लिए बाजार ले जा रहा था, कि प्रधान व ग्रामीणों ने सूचना पकार उसे रोक लिया। इसके बाद वहां हंगामा खड़ा हो गया। कोटेदार ने वहां से गाड़ी ले जाने की तमाम कोशिश की, लेकिन गांव वालों के गुस्से के सामने उसकी एक न चली।
खबर है कि कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रशासनिक अमला सामने नहीं आ रहा था, लेकिन काफी हो हल्ले के बाद मिश्रौलिया पुलिस ने आखिर उसे अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद भी कोटेदार अपने बचाव के लिए तमाम हथकंडे अपनाता रहा।
ग्राम प्रधान युनुस का कहना है कि जो गल्ला उन लोगों ने पकड़ा है, वह उनके गाँव के कोटे दार का है। गाँव के गरीबों को बांटने के लिए जो गल्ला आता है, उसे कोटेदार हर माह ब्लैक कर देता है।आज भी कुछ ग्रामीण आये और बताया कि कोटेदार गाड़ी में वो गल्ला लाद रहा है, जो गाँव में बांटने के लिए आया है। वो भी उसी बोरे में जिस पर सरकारी मोहर लगी है।
प्रधान के मुताबिक जब सरकारी गल्ला बेचने के लिए गाड़ी रोड पर आयी, तो मैंने ग्रामीणों के साथ उसे रोका। देखा कि सरकारी बोरे में करीब 83 बोरा गल्ला लदा है। हम लोगों ने गल्ला रोककर पुलिस और जिम्मेदार अधिकारियो को सूचना दी है। गाड़ी पुलिस ले गयी गई है। ग्राम प्रधान सहित ग्रामीण अजय कुमार, मुहम्मद मुरतजा, तौफीक साह, बैतुल्लाह, निजाम, वहाब अली, प्रहलाद, अव्वल, राजाराम, सूर्यलाल, राजेन्द्र, जरीना, सीताराम, छोटक आदि ने दोषी के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है।