पंचायतों की वोटर लिस्ट से सैकड़ों नाम गायब, बाहरी नाम जुड़े, बीएलओ साहेबान का खेल?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। पंचाायत चुनाव सर पे हैं। वोटर लिस्ट की अनन्तिम सूची प्रकाशित हो चुकी है। जिसे देख कर तमाम गांवों के नागरिक बौखलाएं हुए हैं। किसी गांव में दर्जन दो दर्जन पहीं बल्कि सौ दो सौ नाम गायब हैं तो कहीं पर फर्जी नाम जोड़ देने की खबर आ रही है। और इसके लिए बीएलओ को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, और बीएलओ साहेबान है कि चाहे डीएम से शिकायत करो, चाहे पीएम से, उनका कहना है कहीं भी शिकायत करों उनका कुछ नहीं बिगड़ने वाला है।
ऐसा ही ताजा मामला इटवा महसील के खुनियांव ब्लाक के ग्राम पंचायत सेमरी में देखने को मिला है। इस ग्रम पंचाायत में सेमरी के अलावा चार अन्य टोले ग्राम पंचायत सेमरी, महुआ छोटकाडीह, महुआ बड़कडीह, ओझाजोत, बभनी भी शामिल हैं। इन चार टोलों के लगभग दो से तीन सौ ग्रामीणें के नाम गांव की वोटर लिस्ट में नहीं है। ग्रामवासियों का कहना है कि बीएलओ उनके घर आये ही नहीं घर पर ही बैठ कर सूची बना दिया। सर्वाधि संख्या बड़का डीह में बताया जा रहा है, जहां लगभग सवा सौ नाम लिस्ट से बाहर होने की शिकायत है। ग्रामीणों का कहना है यह सब चुनाव लड़ने वाले एक आदमी की मिली भगत से हुआ है।
ग्राम की सुशीला, संध्या, कल्लू, मैनूद्दीन, राशिदा, लोचन, राम विलास आदि का कहना है कि बीएलओ उनके घर की जांच करने आया ही नहीं। इस बारे में बीएलओ राम नारायण का कहन है कि मै सबके घर गया था। वहां जिसका नाम बताया गया दर्ज कर लिया। बाकी लोगों का नाम नहीं दिया तो इसमें मै क्या कर सकता हूं।
दूसरी तरफ ग्राम के नवयुवक प्रदीप मौर्य का कहना है कि मैने बीएलओ से लोगों के घरों पर चल कर पुनः जांच करने को कहा, मगर वह राजी न हुए। जब मैने डीएम सर से शिकायत करने को कहा तो बीएलओं ने कहा किसी से करो मेरा कुछ नहीं होगा।बहरहाल यह केवल सेमरी को मामला नहीं है। ऐसी शिकायतें जिले के सभी ब्लाकों से हैं। जिसकी शिकायत ग्रामवासियों ने कर रखी है। हर शिकायत में मुख्य आरोपी बीएलओ ही है।