अब नेपाल में पैठ बना रहा पश्चिमी यूपी का शातिर गैंगेस्टर लारेंस विश्नोई
अपने गुर्गे के माध्यम से मांगे 5 करोड़ की रंगदारी, रंगदारी
मांगने वाला गुर्गा राम बहादुर बीसी गिरफ्तार, पूछताछ जारी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। पड़ोसी देा नेपाल में एक अपराघी द्धारा यूपी के टाप गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई गैंग का सदस्य बता कर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। इससे लगता है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने अब नेपाल में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। इस मामले में नेपाल पुलिस ने बुधवार को नेपाल के भगौड़ा सैनिक राम बहादुर उर्फ बीसी को गिरफ्तार किया है। उसे नेपाल के बांके से गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से भारतीय आधार कार्ड भी बरामद किया गया है। नेपाल पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है। गिरफ्तार आरोपी कठेघरी, भेरीगंगा नगर पालिका नंबर, सुरखेत का 41 वर्षीय राम बहादुर बीसी (बुढ़ा छेत्री) है। हालांकि नेपाल पुलिस ने यह नहीं बताया है कि उसने रंगदारी किससे मांगी थी।
नेपाल के कोहलपुर के डीएसपी धर्मराज भंडारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कोहलपुर नगरपालिका नंबर पांच में रह रहे रामबहादुर को बांके इलाके से गिरफ्तार किया गया। राम बहादुर से पूछताछ में पता चला है कि उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम का इस्तेमाल कर पांच करोड़ रुपये भारतीय (आठ करोड़ नेपाली रुपये) की रंगदारी मांगी थी। उसने व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी।
रंगदारी मांगने वाला है हाईप्रोफाइल अपराधी
नेपाल पुलिस के मुताबिक, राम बहादुर बीसी (बुढ़ा छेत्री) पर आठ मार्च 2003 को जिला प्रहरी कार्यालय झापा की ओर से जनता को डरा-धमकाकर चंदा वसूली करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। दो साल बाद काठमांडो में फिरौती की रकम वसूलने का मामला दर्ज किया गया। 25 अगस्त 2008 को मेट्रोपॉलिटन पुलिस कॉम्प्लेक्स, काठमांडो (वर्तमान में जिला पुलिस कॉम्प्लेक्स) की ओर से जबरन वसूली के आरोप में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर उसे जबरन टैक्सी में बैठाया गया फिर उसे धमकाकर फिरौती वसूली गई। उसके खिलाफ कर्तव्य में लापरवाही बरतने का मामला भी दर्ज किया गया है।
कई मामले हैं दर्ज
लॉरेंस के नाम से रंगदारी मांगने वाले आरोपी पर 2009 में चुनाव के दौरान एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा था। नौ अप्रैल 2008 को, संविधान सभा के उम्मीदवार ऋषि शर्मा की चुनाव प्रचार से लौटते समय सुर्खेत के मेहलकुना जाहरेबाजार के पास लोदे नामक स्थान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उस समय छिन्चू क्षेत्र पुलिस कार्यालय की ओर से उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद भी मार्च 2009 में संघर्ष प्रभावित सैन्य पुलिस आंदोलन के दौरान पुलिस ने उनके हथियार जब्त कर लिए। इस मामले में काठमांडो में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पुलिस के मुताबिक, छेत्री ने माओवादी केंद्र के नेता शक्ति बहादुर बसनेत को गोली मार दी थी। इस मामले में उसे पांच साल की जेल और 60,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई।
नेपाली सेना से भागा फिर थाम लिया अपराध का दामन
जेल की सजा काटने के बाद छेत्री को 28 फरवरी 2014 को रिहा कर दिया गया। बताया जा रहा है कि वर्ष 2003 में नौकरी छोड़कर भाग गया था। पुलिस का कहना है कि सेना से भागने के बाद वह विभिन्न नामों से आपराधिक समूहों में शामिल हो गया और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो गया। पुलिस का कहना है कि उसके पास आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के इरादे से भारतीय आधार कार्ड भी मिला था।
अप्रैल 2024 में गिरफ्तार हुआ था कुशीनगर का धनंजय
एक जून 2024 को फिल्म अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग के मामले में साजिश रचने और हथियार मंगाने के आरोपी कुशीनगर के धनंजय सिंह उर्फ अजय कश्यप की गिरफ्तारी हुई थी। धनंजय कुशीनगर के तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के पकड़ी गोसाई का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों की मानें तो वह उस समय मुंबई शहर में 50-60 शूटर्स को लीड करता था। उसने उस समय पाकिस्तान के हथियार सप्लायर से हथियारों की डील भी की थी।
पूर्वांचल के युवाओं को बिश्नोई गैंग से जोड़ता है गोरखपुर का शशांक
बीते दिनों मुंबई में अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग मामले में लॉरेंस बिश्नोई के साथ ही गोरखपुर के शूटरों का भी नाम सामने आया था। मामले में मई 2024 में मनीष यादव को गोरखपुर एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। पूछताछ में मनीष ने बताया था कि नंदानगर के शशांक पांडेय ने उसे गैंग से जोड़ा था।
जांच में पता चला कि शशांक पांडेय पूर्वांचल के युवाओं को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जोड़ता है। सूत्रों की मानें तो लॉरेंस ने अपना सोशल मीडिया विंग बना रखा है। शशांक पांडेय पूर्वांचल में इस विंग को संभालता है। फेसबुक व इंस्टाग्राम पर लॉरेंस नाम के दर्जनों पेज हैं, जिसके जरिये गुर्गे ऑनलाइन भर्ती के लिए ऐसे युवाओं की तलाश करते हैं।