आग से सात झोपड़ियां जलीं, सूचना के 11 घंटे बाद मौके पर पहुंचा प्रशासनिक अमला
अजीत सिंह
बढऩी, सिद्धार्थनगर। ढेबरुआ थाना के घरूआर गांव स्थित रेलवे क्रासिंग के पास गत देर रात एक झोपड़ी में आग लग गई। आसपास के लोग जब तक आग को बुझाने की कोशिश करते सात घ्रो/घारियों को आगोश में लिया। मवेशियों को किसी तरह से सुरक्षित बचाया गया। मगर तब तक लाखों का सामान जलकर नष्ट हो गया। मौके पर घटना के 11 घंटे बाद प्रशासनिक टीम गांव पहुंची। इससे ग्रामासियों में भारी में रोष है।
बताते हैं कि क्षेत्र के घरूआर गांव निवासी सूरसती पत्नी रामजियावन फूस की झोपड़ी बनाकर रहती हैं। बृहस्पतिवार देर रात झोपड़ी में आग लग गई। परिजनों ने किसी तरह से भागकर जान बचाई। मगर तब तक आग बढ़ चकी है। बगल के सही अन्य लोगों की मवेशियों की घारी को भी आगोश में ले लिया। ग्रामीण मवेशियों को बाहर निकालने के साथ ही आग को बुझाने में जुट गए। साथ ही फायर ब्रिगेड को भी आग लगने की सूचना दी। वहीं चौकी प्रभारी बढऩी विक्रम अजीत राय मय टीम मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों के साथ पास के एक तालाब के पानी की मदद से आग को काबू में करने के लिए जुट गए। करीब दो घंटे से अधिक मशक्कत के बाद लोगों ने आग पर काबू पाया।
घ्सटना के कुछ देर बाद अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा। इस दौरान आग पूरी तरह बुझ चुकी था। घटना में एक रिहायशी फूस की झोपड़ी समेत सात लोगों की घारी जलकर नष्ट हो गई। पीडि़त सूरसती पत्नी राम जियावन ने बताया कि उनके घर में रखा सात हजार नकद, बेटी के शादी का आभूषण छह क्विंटल गेहूं आदि जलकर नष्ट हो गई।
इसके अलावा दीपचंद, वासुदेव, मंगल, त्रिवेणी, सत्यनारायण, रामवेलास, धर्मराज की घारी समेत उसमें रखे चारपाई आदि जलकर नष्ट हो गए। पीडि़त धर्मराज ने बताया कि 13 दिसंबर 2019 को भी आगजनी की घटना में मेरी घारी में मौजूद मवेशी की मौत हो गई थी। बताते हैं कि घटना की सूचना पाते ही बढऩी चौकी इंचार्ज विक्रम अजीत राय मय टीम मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों के साथ मिलकर घंटों कड़ी मेहनत की और आग पर काबू पाया जा सका। पुलिस के इस कार्य की क्षेत्र में लोग प्रशंसा कर रहे हैं।
11 घंटे बाद पहुंची राजस्व की टीम
इस भीषण अग्निकांड में सब कुछ गवां चुके पीडि़तों की मदद के लिए राजस्व विभाग की टीम शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे के बाद पहुंची। एसडीएम शिवमूर्ति सिंह ने बताया कि आगजनी की घटना में नुकसान की जांच की लिए राजस्व टीम में अंकित अग्रवाल को भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद मुआवजा दिलाया जाएगा।