आग से डेढ़ सौ बीघे गेहूं के साथ एक दर्जन किसानों के अरमान भी जल कर खाक
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। त्रिलोकपुर और शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के अलग- अलग गांव के सिवान में गेहूं की फसल में आग लग गई। इस घटना में गेहूं की डेढ़ सौ बीघा फसल जल कर राख हो गई। सरकारी अभिलेखों में इसे आग से गेहूं की फसल का जलना दर्ज किया जायेगा, लेकिन बेचारा अभिलेख क्या बता सकेगा कि आग ने गेहूं की फसल ही नहीं गरीब किसानों का अरमान भी जलाया है। सरकार भी यह नहीं समझेगी कि गेहूं की फसल के आड़ में कटाई के पूरे सीजन तक किसानों के अरमान जलते रहेंगे और वह चंद रूपये मुआविजा देकर बेचारे किसानों के आंसू पोंछने की नाकाम कोशिश करती रहेगी।
त्रिलोकपुर थाने के ग्राम पोखरभिटवा व खुखुडी की सिवान में भूसा बना रही मशीन से निकली चिंगारी ने दर्जनों किसानों की गेहूं की फसल को जलाकर राख कर दिया। सूचना पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियां जब तक आग पर काबू पातीं, 150 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो चुकी थी। इस घटना में खुखुडी निवासी राम पाल मिश्र 6 बीघा, राम शब्द मौर्य 6 बीघा, मनीराम 2 बीघा, ज्ञान दास 2 बीघा, राज किशोर 2 बीघा, मातिबर पांडेय 6 बीघा, हंसराज पांडे 6 बीघा, हाथीराम चार बीघा, डबलू मिश्र 6 बीघा, मोहम्मद अली 4 बीघा, अली हुसैन 2 बीघा, विजय बहादुर 7 बीघा, शौकत मास्टर 2 बीघा, रोजन दो बीघा बोदे दो बीघा, तस्लीम तीन बीघा सहित पोखरभिटवा के सिवान में बंटाईदारों की पांच बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।
आग की सूचना पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, चेयरमैन विकास जायसवाल, एसडीएम कुणाल आदि भी पहुंचे। वहां पीड़ितों ने अपनी विपदा बताई। जिसके अनुसार फसल की पैदावार के दम पर किसी के परिवार में शादी की तैयारी चल रही थी तो कोई गेहूं बेच कर बच्चों की पढ़ाई अथवा किसी बुजुर्ग के इलाज के ताने बाने बुन रहा था। मगर बेहरहम आग ने सबके अरमान व सपने जला डाले। इस संबंध में एसडीएम कुणाल ने बताया कि प्रभावित किसानों को शासनादेश के तहत मिलने वाली सहायता शीघ्र दिलाई जाएगी। मगर क्या शासन की थोड़ी सी सहायता उनके रमान पूरे कर सकेगी? यह सबसे बड़ा सवाल है।