आबकारी मंत्री के जिले में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई सवालों के घेरे में
अमित श्रीवास्तव
मिश्रौलिया, सिद्धार्थनगर। कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद सिद्धार्थनगर में जिलाधिकारी ने अलर्ट जारी किया।अलर्ट के बाद जिले के मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के ओदनताल में उपजिलाधिकारी बाँसी के नेतृत्व में आबकारी विभाग व स्थानीय थाने की पुलिस के व क्यू आर टी टीम के साथ अवैध तरीके से बन रही कच्ची शराब के गढ़ में छापेमारी कार्रवाई की गयी।इस छापेमारी में टीम ने कच्ची शराब बनाने की 5 भट्टियों को तोडा और 7कुंतल लहन नष्ट किया।
सू़त्रों के मुताकि छापेमारी के दौरान इस धन्धे में लिप्त कोई भी कारोबारी टीम के हत्थे नही चढ़ा। कच्ची के खिलाफ हुई ये कार्यवाही कोरम पूरा करने जैसी रही।ऐसा इस लिये कहा जा सकता है कि जिस गॉव को अबैध कच्ची शराब का गढ़ माना जाता है उस गॉव में सिर्फ 7 कुंतल लहन का ही मिलना और एक भी लीटर कच्ची शराब का न मिलना कही न कही अबैध कच्ची शराब के खिलाफ की गयी इस कार्यवाही को सवालो के घेरे में खड़ा करता है। गौर तलब है कि सिद्धाथर्रानगर प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह का जनपद है।
इटवा बांसी, जोगिया क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पूरी जिले में नदियों के किनारे के दर्जर्नो गांवों में अवैध शराब बनाई जाती है, लेकिन अक्सर छापे में कभी काई पकड़ा नहीं जाता है। बताते है कि किसी गांव से कोई दारू बनाने वाला तभी पकड़ा जाता है, जब उसने विभाग को हफ्ता न दिया हो। इस बार की छापेमारी के दौरान उपजिलाधिकारी के साथ आबकारी विभाग बाँसी के निरीक्षक धर्मेन्द्र,मिश्रौलिया थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह,उपनिरीक्षक रमेश कुमार पुलिस बल के साथ शामिल हुए।