आधार कार्ड नहीं बन पाने से बेहाल हो रहे दो तहसीलों के लोग, शासन
निज़ाम अंसारी
सिद्धार्थ नगर। आधार कार्ड बनाने के लिए आज भी लोग हाय तौबा ही मचाते दिख रहे हैं पूरे जनपद में लाखों लोगों का आधार नहीं बन पाने के कारण लोग बढ़नी , शोहरतगढ़ , ककरहवा , लोटन आदि क्षेत्रों से आधार बनवाने के लिए जिला मुख्यालय स्थित डाकघर पर आते हैं। आधार अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मीडिया रिपोर्ट्स के जरिये आधार के खेल में आम जनता को लूटे जाने से बचाने के लिए एजेंटों की आई डी बंद कर रखी है। आई डी बंद होने से जनपद के सभी तहसीलों पर आधार का काम लगभग बन्द ही है, जिससे लोगों खासतौर पर पढ़नेवाले बच्चों को इसकी मार झेलनी पड़ी रही है।
हर हाल आधार अथॉरिटी ने बैंक परिसरों और डाकघरों में इसकी सुविधा बहाल कर रखी है, जिसके तहत जिले भर में एक दर्जन पोस्ट आफिस में आधार कार्ड बन रहा था । लोगो का काम धीरे धीरे ही सही पर हो रहा था, लेकिन अब हाल यह है जिले के बैंक शाखाओं और पोस्ट ऑफिसों पर आधार बनाने का काम खटाई में पड़ गया है। कई तहसील के लोग इससे पीड़ित हैं।
जनपद मुख्यालय पर आधार बनाने का काम बदस्तूर जारी है लेकिन शोहरतगढ़ नौगढ़ तहसील क्षेत्र में एक मात्र जगह मुख्यालय स्थित पोस्ट आफिस से लोगों की आस बानी हुई है। रोज सैकड़ों लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए भरे रहते हैं। कुछ लोग रात को रुककर सुबह सबसे पहले लाइन लगाकर अपना आधार कार्ड बनवाना चाहते हैं। जिससे लोगों को भारी असुविधा तो होती ही है साथ ही साथ डाकखाने का रोज का काम भी भीड़ के कारण प्रभावित होता है।
ककरहवा के कलीमुल्लाह ने बताया कि शनिवार को लाइन लगाया था और सोमवार 4 बजे तक मुझे बुलाया ही नहीं गया उन्होंने आरोप लगाया कि शायद लिस्ट में नाम लिखे भी हैं या नहीं।बहर हाल इस अव्यवस्था और लोगों की भारी भीड़ के बारे में तेतरी बाजार के पोस्ट मास्टर कर्मराज चौधरी ने बताया कि जिले में आधार बनाने का इक्का दुक्का ही सेंटर चालू है। हमारी शाखा जिले पर स्थित है और यहां आधार कार्ड बनाया जाता है जिसकी क्षमता अधिकतम 35 आधार बनाने की है। इससे लोगों का धैर्य टूट रहा है जिसका हमें दुख है लेकिन हम कुछ कर नहीं सकते।
बताते चलें कि आधार अथॉरिटी ने जिस भ्रष्टाचार को खत्म करने की योजना बनाई थी उस हिसाब से अबतक व्यवस्था दे नहीं पाई है जिसका खामियाजा आम नागरिकों व छात्रों को उठाना पड़ रहा है। जनपद के अधिकतर डाकघर तो आधार बनाने की जिम्मेदारी तो कुछ हद तक उठाये हुए थे पर सरकारी बैंकों पर आधार कभी बनते देखा नहीं गया अलबत्ता सोमवार को आधार बनाने का शेड्यूल जरूर बताते रहे हैं।
एक तरफ जहां प्रत्येक ऑनलाइन करने वाला दुकानदार रोज 80 से 90 आधार बनाकर 6 बजे फुरसत पा लेता था, वहीं मुख्यालय स्थित तेतरी बाजार पोस्ट आफिस पर जिस धीमी रफ्तार से रोज 35 आधार कार्ड बनाया जा रहा है उस से आने वाले समय में भी भीड़ की गहमा गहमी काम नहीं होने वाली है । उच्च अधिकारियों को इस बात का संज्ञान लेते हुवे शीघ्र व्यवस्था की तरफ ध्यान देना चाहिए जिससे जनता का समय और पैसा दोनों की बचत हो सके।