मर्डर मिस्ट्रीः आज्ञाराम की हत्या पर उठ रहे अनेक सवाल, आखिर क्यों चुप है उसका परिवार?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। आज्ञाराम की मौत की गुत्थी सुलझने के बजाय उलझ गई है। रहस्यमय तरीके से हुई मौत के मामले में उसका परिवार भी खामोश है। न तो उसकी मौत पर किसी को चिंता है न किसी ने कोई तहरीर दी और ना किसी पर शक जताया। पुलिस इन पहलुओं पर मंथन कर रही है। परन्तु उसकी मौत पर उठे सवालों का हल अभी तक नहीं मिल पा रहा है। आज्ञाराम की लाश शुक्रवार को को उसके किराये के आवास से बरामद की की गई थी। जबकि वह चार दिन पहले अर्थात 24सितम्बर को लापता हुआ था।
आज्ञाराम की मौत का रहस्य
गौत तलब है कि एक माह पहले मृतक ने जमीन बेचा था। लोगों को आशंका है कि नशे का आदी होने के कारण या तो पीते समय विवाद में किसी ने उसे मार दिया या फिर रुपये के लिए उसकी हत्या कर दी गई होगी। हालांकि, मृतक के शरीर पर किसी जख्म के निशान नहीं मिले हैं। लेकिन लाश के पास खून के छींटे होने का निशान पाए गए हैं। फिलहाल मौत को लेकर लोगों में कई चर्चाएं हैं।
मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के रेहरा गांव निवासी आज्ञाराम गांव से तीन किलोमीटर दूर गोल्हौरा थाना क्षेत्र के जिगनिहवा चौराहे पर स्थित एक किराए के कमरा ले रखा था, जहां वह काम के बाद अक्सर रुकता था। वह राज मिस्त्री का कार्य करता था। परिवार के लोगों के मुताबिक कभी-कभार घर आता था। अक्सर विवाद करता था। कमाए हुए पैसों को खुद पर खर्च करता था। इसके साथ ही एक माह पहले उसने एक बीघा जमीन भी बेच दी थी। पिछले तीन दिन से घर नहीं लौटा था। बड़ा बेटा पत्नी के साथ ससुराल में रहता है। जबकि दो बेटी और दो बेटे व पत्नी घर पर रहते हैं। चार दिन से आज्ञाराम घर नहीं गया था।
शुक्रवार को जिगनिहवा चौराहे पर स्थित उसी मकान से दुर्गंध उठने के बाद लोगों को आशंका हुई। लोग मकान खोल कर कमरे में गए तो आज्ञाराम मुंह के बाल पड़ा हुआ था। शरीर के पास में खून फैला हुआ था, जो सूख गया था। नाक के रास्ते से खून निकला हुआ था। , लेकिन उसके शरीर पर किसी गहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अब मौत पर उठने लगे सवाल
आज्ञाराम की मौत के बाद परिवार के लोगों में रहस्यमय मौत के बाद खामोशी है। बताया जा रहा है कि जमीन बेचने के बाद से परिवार के लोग नाखुश रहते थे लेकिन केवल इस नाखुशी के कारण परिजन उसकी रहस्मय मौत के बाद रिर्पोर्ट क्यों नहीं लिखा रहे, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है।
इसके अलावा गांव वाले बताते हैं कि आज्ञाराम ने जमीन बेचने के बाद कुछ रुपया परिजनों को दिया था। बाकी गांव के कुछ लोगों में उधारी पर बांट दिया था। ऐसे में लोगब आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि रुपये वापस न करने की नीयत से हो सकता है कि किसी ने उसको मार दिया हो। दूसरी ओर लोग यह भी आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि वह अक्सर वह जम कर शराब पीता था। संभव है कि शराब पीने के दौरान विवाद हुआ और हाथापाई में कहीं चोट लगने से उसकी जान चली गई हो?
फिलहाल आज्ञाराम की मौत पर उठ रहे सवालों को केन्द्र में रचा कर पलिस जांच में जुटी हुई है। लेकिन आज्ञाराम के परिजनों की ओर से तहरीर ने देने का सवाल भी पलिस को काफी उलझन में डाल रहा है। अब पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा तो केस आगे बढ़ सकेगा।
एसओ गोल्हौरा ने क्या कहा?
इस बारे में एसओ गोल्हौरा बालाजीत रा ने कहा कि रिपोर्ट लिखाने के लिए परिवार की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।फिलहाल तो मामले की पेचीदगी सुल्झाने पर ही सारा ध्यान लगाया जा रहा है।
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