तो क्या धमकी देने वालों ने 13 साल के संजय को मार डाला? पुलिस कर रही तफ्तीश
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के इटवा बाजार क्षे़त्र का एक लड़का अपनी दुकान के लिए घर से रवाना हुआ, लेकिन वह रास्ते में गायब हो गया। घटना 5 जुलाई की है। उसका कोई दुश्मन नहीं था। सवाल उठता है कि क्या उसे गायब या कत्ल करने के पीछे उन लोगों का हाथ है, जिन्होंने उसके बाप को संजय को खत्म कर देने की धमकी दी थी। फिलहाल इटवा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इटवा कस्बे के करीब मधवापुर गांव का रहने वाला 13 साल का संजय मौर्य उर्फ मंटू रोजमर्रा की भांति कल 5 जुलाई को इटवा में अपनी बैट्री सर्विस की दुकान खोलने गया था। सुबह वही खोलता था, बाद में बडे आकर दुकान को सम्हालते थे। बताया जाता है कि वह 6 बजे घर से निकला लेकिन दुकान तक नहीं पहुंचा।सात बजे जब जिम्मेदार वहां पहुंचे तो दुकान बंद पाया और उसकी खोजबीन हुई लेकिन हि नहीं मिला।
इसके बाद पुलिस को उसकी गुमशुदगी की सूचना दी गई। पुलिस के पास फिलहाल कोई सुराग नहीं है। इटवा पुलिस बच्चे की खोज के बारे में पूरी तरह से उदासाीन है। वह इसे गुमशुदगी की सामान्य घटना मानती है, उसका अनुमान है कि संजय घर से ऊब कर कहीं भाग गया होगा।
दूसरी तरफ तथ्य कुछ और ही इशारा करते हैं। संजय का बाल विवाह एक साल पहले पड़ोस के गांव में कर दिया गया था। बाद में किन्हीं करणवश यह शादी टूट गई थी। इसके बाद हुई पंचायत में संजय के परिजनों ने वधु पक्ष को लम्बा हरजाना भी दिया था। गांव वाले बताते हैं कि इसके बाद भी वधू पक्ष ने खुलेआम संजय व उसके परिवार वालों को तबाह कर देने की खुले आम धमकी दी थी।
लोग कहते हैं कि यह जरूरी नहीं की धमकी देने वालों ने ही यह काम किया हो, लेकिन जिन हालात में संजय गायब हुआ है, क्या जरूरी नही कि इटवा पुलिस इस बिंदु पर जांच करे। इटवा पुलिस द्धारा इस बिंदु को नजर अंदाज करने पर वह शक के घेरे में आ गई है। संजय के पिता साधू शरण ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस प्रमुख से मांग की है।