मर्डर मिस्ट्रीः तथ्य बताते हैं कि अंजलि ने सुसाइड नहीं की, बल्कि उसका कत्ल किया गया
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिले के मोहना थाना व कस्बे के करीब ही किराये के मकान में रह रही शिक्षिका अंजलि यादव की मौत सवालों के घेरे में है। पुलिस कहती है कि उसने खुद को जला कर खुदकशी कर ली लेकिन तथ्य और हालात चिल्ला चिल्ला कर कहते हैं कि उसका सुनियोजित कत्ल किया गया और उसे हत्या का रूप देने की साजिश की गई। अंजिली यादव जालौन जिले की रहने वाली थी। वह २२ मई को अपने घर जाने वाली थी, क्यों कि २९ मई को उसकी शादी होने वाली थी।
क्या है अंजलि की कहानी?
सत्ताइस साल की अंजलि यादव जालौन जिले के हुसैपुरा गांव के तेज प्रताप यादव की पुत्री थी। वह सिद्धार्थनगर के मोहाना कस्बे के पास के ग्राम गौहनियां के प्राइमरी स्कूल में टीचर थ्री और अपनी पार्टनर शिक्षिका खुशुबू के साथ रहती थी। खुश्बू गर्मी की छुट्टी में धर चली गई थी, शालिनी भी २२ मई को घर जाने की तैयारी में थी, २९ मई को उसक शादी थी। मगर २९ को डोली उठने के बजाये २१ को उसकी अर्थी सजने का एलान हो गया।
घटना का विवरण
अंजली के मकान मालिक के परिजन व पुलिस के मुताबिक मंगलवार अपरान्ह अजलि ने अपने कमरे को बंद कर उसमें रखे गैस सिलेंडर को खोल दिया। फिर अपने हाथ पैर बांध लिए। इसके बाद उसने गैस में आग लगा लिया। इसके बाद आग पूरे कमरे में फैल गई और अंजली भी जलने लगी। अंजली के कमरे से धूंआ देख मकान मालिक उपर पहुंचा और स्थिति देखकर शोर मचाया जिससे मौके पर लोग जुटे और आग बुझाया। इस दौरान अंजलि की मौत हो चुकी थी।-
अंजलि के मौत पर खड़े सवाल
इस बारे में मोहाना थाना की पुलिस मामले को दुर्घटना मान रही है। मगर तथ्य हत्या की ओर दशारा करते है। मिशाल के तौर पर जली हुई अंजलि के हाथ पैर बंधे हुए थे। यह कैसे संभव है कि वह अपना हाथ खुद ही बांध ले। यही नहीं पुलिस के मुताबिक घटना के समय कमरा भी अंदर से बंद था। जबकि वास्तविकता है कि उसके कमरे में अंदर कोई सिटकिनी या कुंडी ही नही थी।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
मोहाना और आसपास के इलाकों में अंजलि मर्डर मिस्ट्री को लेकर पुलिस की भूमिका पर तमाम सवाल खड़े हो रहे है। लोगों का कहना है कि पुलिस किसी दबाव में आकर अंजली कांड के प्रति उदासीन है। हालांकि बढ़ती आलोचना के कारण उसने लगभग आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले रखा है और उनसे पूंछ ताछ कर रही है। वैसे मोहाना थानाध्यक्ष अंजनी कुमार राय कई गंभीर मामलों को दबाने के लिए चर्चित रहे हैं।
इस मर्डर मिस्ट्री का क्या है रहस्य
अंजलि यादव की मौत के पीछे जरूर कोई बड़ा रहस्य छिपा है। अंजलि बहुत सुंदर युवती थी। 29 मई कों उसकी शादी थी और 21 मई को उसकी अपने घर जालौन के लिए रवानगी की तैयारी थी। बताया जाता है कि अपने शादी को लेकर वह बहुत प्रसन्न थी फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि उसको रहस्यमय हालात में मरना पड़ा। दबी जुबान से चर्चा आम है कि कतिपय लोगों ने उसके साथ बुरा कर्म किया अथवा करने का दुष्प्रयास किया और उसे जान से मार दिया। ऐसा करने वाले उसके करीबी ही हो सकते है। फिलहाल घटना के खुलासे के लिए गंभीरता से जांच की जरूरत है।