17 साल के अंकुश की हत्या की आखिर वजह क्या थी ? प्रेम प्रसंग था या फिर दोस्ती में विश्वासघात?
— अंकुश के आस पास के लोगों के स्पोर्ट शू पहनने वालों में ही किसी के कातिल के होने की आशंका
नजीर मलिक
यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में 17 साल के अंकुश यादव को गला घोंट कर कत्ल कर दिया गया। अंकुश एक छात्र था। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हत्यारे ने कत्ल भी इतने सटीक ढंग से किया कि कोई सूत्र तक नहीं छोड़ा, जिससे हत्यारे तक पहुंचा जा सके। ऐसे में सवाल है कि अंकुश की हत्या के पीछे कौन सी वजह थी? लेकिन एक सूत्र है, जिससे पुलिस हत्यारे का गरेबान पकड़ सकती है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है जल्द ही हत्या की गुत्थी खुल जायेगी।
छात्र अंकुश की कत्ल की कहानी क्या है
जिले के इटवा थाना के जोल्हाबारी गांव निवासी बाल केसर यादव का पुत्र अंकुश यादव लाक डाउन में स्कूल बंद होने के कारण वह खेती किसानी में परिवार की मदद कर रहा था। रविवार को भी वह अपने चाचा राम सुभग के साथ खेत में था। करीब 11 बजे के आस पास उसके मोबाइल पर एक फोन आया। उस पर काफी सकारात्मक बातें हुईं। उसके बाद अंकुश घर पहुंचा और तैयार होकर पैदल घर से निकल गया, । गांव वाले बताते हैं कि आगे जाकर वह एक युवक की बाइक पर बैठ कर रवाना हो गया।
सोमवार को मिली अंकुश की लाश, मच गया कोहराम?
अंकुश दिन भर लापता रहा। रात में उसका मोबाइल स्विच भी आफ हो गया। उसके पिता बालकेशर और मां दुलारी देवी किसी आशंका से घिर उठे। उसकी लापता की सूचना इटवा थाने में दी गई , सोशल मीडिया पर भी लापता की तस्वीर वायरल की गई , पर उस रात अंकुश का कुछ पता नही चला । जैसे तैसे रात गुजरी। सोमवार की सुबह थाना मिश्रोलिया थाना क्षेत्र में एक युवक का शव मिला। इसकी जानकारी लगते ही अंकुश के परिवार जन भागे भागे आये तो आशंका सच में तब्दील हो चुकी थी। सामने जवान अंकुश का शव पड़ा हुआ था। इस खबर से अंकुश यादव के घर में कोहराम मच गया। उसकी मां और बहने रो रोकर पागल होने लगीं।
क्या हो सकता है अंकुश की हत्या का रहस्य?
अब पुलिस के सामने सवाल था कि अंकुश को किसने और क्यों मारा? जवाब में प्रत्यक्ष कोई सबूत नहीं था। हत्यारों ने काम इतनी सफाई से किया है कि कत्ल के बारे में अंदाजा लगाना कठिन हो रहा था। बस एक बारीक सूत्र था, जिसे हत्यारे गलती से छोड़ गये थे। दरअसल हत्यारे या हत्यारों में जिस किसी ने अंकुश का गला घोंटा था, वह जूते का एक लम्बा फीता था। इतना लम्बा फीता आम तौर पर स्पोर्ट शू का होता है,जिसे आज के युवक आम तौर पर पहनते हैं। अब पुलिस अगर इस लाइन पर चले कि अंकुश से मिलने वालों में अथवा उसके आस पास के गांव में स्पोर्ट शू पहनने वाले कौन कौन लोग हैं, तो शायद कोई सबूत मिल जाए और हत्या का राज खुल जाए। यही नहीं अंकुश के पास आई अंतिम काल का डिटेल पूरी मदद कर सकती है।
तो हत्या की वजह ‘यह’ भी हो सकती है
अंकुश का गला जिस निर्दयता से घोंटा गया है, वह प्रतिशोध की कार्रवाई लगती है। अपराध का मनोविज्ञान समझने वाले जानते हैं कि इस प्रकार के कत्ल आम तौर पर जुनून में किये जाते हैं। यह भी मालूम रहे कि स्पोर्ट शू आज कल नौजवान लोग ही पहनते हैं। इस प्रकार घटना की कम से कम एक कड़ी जुड़ती है कि अंकुश को मारने वालों में कोई नौजवान जरूर शामिल था।
प्रेम कहानी हो सकती है घटना के पीछे
अब अगर ऊपर की कड़ियां मिल जाती है तो हत्या के दो ही कारण हो सकते हैं। प्रथम यह कि या तो अंकुश यादव का गांव या गांव के आसपास की किसी लड़की से प्रेम सम्बंध था या फिर उसका अपने किसी खास दोस्त के परिवार की किसी लड़की से अनुराग था। अपराध मनुविज्ञान कहता है कि ऐसे मामलों में मरने वाला और कत्ल करने वा दोनों अक्सर युवा होते हैं और कातिल कत्ल करते वक्त बहुत उत्तेजना और आक्रोश में रहता है। क्योंकि युवा इस प्रकार की घटनाओं को दोस्ती में विश्वासघात मानता है। ऐसे में उसके कच्ची उम्र के दोस्त भी उसके इस कृत्य में स्वाभिमान के कारण शामिल हो जाते हैं।
परिजन क्या कहते हैं?
इस प्रकरण में अंकुश के परिवार का कहना है कि अंकुश विवादों से दूर रहने वाला एक सीधा साधा लड़का था। परिवारी जन स्वयं भी किसी अन्य से अपनी पुरानी दुश्मनी भी नहीं मानते। ऐसे में अंकुश की इतनी निर्दयता से कत्ल की और क्या वजह हो सकती है? फिलहाल तो पुलिस के पास केवल जूते का फीता ही एक मात्र सूत्र है सो पुलिस को इसी के सहारे जांच की दिशा तय करनी है।