अपना दल ने चलाई मुहिम, हर घर झंडा लहराने की कवायद, लेकिन असली निशाना कहीं और?
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। अपना दल एस सिद्धार्थनगर की जिला इकाई ने पूरे जिले में प्रत्येक घर पर पर पार्टी का झंडा लहराने की की मुहिम चला रही है। 30 अक्तूबर को खत्म होने वाली इस मुहिम के तहत पार्टी के समर्थकों के घर पर झंडे लहराते देखे जा सकते हैं। हालांकि इसके पीछे शीर्ष नेतृत्व का आदेश बताया जाता है, परन्तु सिद्धार्थनगर में वर्तमान राजनतिक परिप्रेक्ष्य में इसकी उपयोगिता कुछ अलग ही समझी जा सकती है।
प्राप्त विवरण के अनुसार जिले के सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में जिला अध्यक्ष आत्माराम पटेल की अध्यक्षता मे 1 अक्टूबर से हर घर पर झंडा लगाने की मुहिम की शुरुआत की गई, जिसमें बांसी विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम की शुरुआत जिलाध्यक्ष आत्माराम पटेल तथा जिलाध्यक्ष युवां मंच डां अनूप यादव के व्दारा की गई। इसके तहत दर्जनों गांवों में जाकर आम और सम्मानित ग्रामवासियों के घर पर झंडा लगाया। यह काम तीस अक्तूबर तक चलेगा।
गौरतलब है कि बांसी और शोहरतगढ़ क्षेत्र में झंडा कार्यक्रम को सफल करने के लिए बड़ी गंभीरता से कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं। शोहरतगढ़ क्षेत्र से पार्टी का एक मात्र विधायक है। बहुत संभव है कि भाजपा से गठबंधन में इस क्षेत्र से अपना दल को दुबारा टिकट न मिले या किसी कारण से पार्टी को किसी दूसरी सीट से चुनाव लड़ना पड़े तो उसकेलिए बांसी/ डुमरियागंज सीट ही ठीक रहेगी। क्योंकि मिठवल क्षेत्र का कुर्मी बाहुल्य एक एक भाग दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में पड़ता है। इसलिए कार्यकर्ता बांसी तहसील के मिठवल क्षेत्र में अधिक सक्रिय हैं।
वैसे चर्चा यहां तक है कि इस बार भाजपा शोहरतगढ़ क्षेत्र से अपनी पार्टी का उम्मीदवार देने की का विचार बना रही है। जाहिर है कि ऐसी दशा में अपना दल को दूसरी सीट पर लड़ने का विकल्प होगा। ऐसे में उसके पास डुमरियागंज सीट पर ही दावा बचेगा। क्योंकि बांसी और इटवा से भाजपा के विधायक वर्तमान में मंत्री हैं और उनकी छवि भी दागदार नहीं है। इसके अलावा सदर सीट रिजर्व है। ऐसे में जनता दल की सारी आशाएं डुमरियागंज पर ही टिकी हैं। वैसे डुमरियागंज सीट भी आसान नहीं है, क्योंकि वहां से सीएम के अपने संगठन हियुवा कोटे के विधायक हैं।
इस सम्बंध में अपना दल के जिला अध्यक्ष आत्मा राम पटेल का कहना हैकि यह कार्यक्रम पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के आदेश से चलाया जा रहा है। इसे स्थानीय राजनीति से नहीं जोड़ा जा सकता है। अभी चुनाव में देर है सो कोई कयासबाजी उचित नहीं है। जिला अध्यक्ष का कहना सही है कि यह कार्यक्रम पार्टी आलाकमान के आदेश पर चल रहा है। परन्तु ये भी सही है कि स्थानीय राजनतिक अभिलाषाएं भी होती हैं ,जिसकी पूर्ति के प्रयास अक्सर ऐसे ही कार्यक्रमों में ककिये जाते हैं।