सरदार पटेल होते प्रधानमंत्री तो नहीं होती कश्मीर की समस्या- हेमंत चौधरी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर।अपना दल (एस) ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र उके गौरागढ़ में मनाई। जिसके मुख्य अतिथि पार्टी के युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष हेमन्त चौधरी रहे। हेमंत खैधरी व अन्य ने सरदार पटेल के चित्र पर माल्यापर्ण किया। इसी के साथ उन्होंने शिक्षा और रोजगार के क्षत्र में दलितों, पिछड़ों की घटता भागीदारी पर चिंता भी व्यक्त किया।
. मुख्य अतिथि हेमन्त चौधरी ने अपने उदबोधन में कहा कि सरदार पटेल एक विचारधारा थे अगर वे उस समय प्रधानमंत्री बने होते तो आज कश्मीर की समस्या नहीं होती। वह जिस तरह से समाज के हर वर्ग की हिस्सेदारी के हिमायती थे वो आज देखने को नहीं मिलता।. अगर देखा जाय तो देश में स्थित 40 केंद्रीय विश्वविधालय में कुल 1125 प्रोफेसर है जिसमें पिछड़े वर्ग के शून्य और अनुसूचित जाति एंव अनुसूचित जनजाति के महज प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह केंद्रीय मंत्रालय में नियुक्त सचिवों में पिछड़े वर्ग से महज 5.5 प्रतिशत और अनुसूचित एंव अनुसूचित जन जाति के महज 8.5 प्रतिशत लोग ही है जो कि सरदार पटेल की सोच को गहरा आघात लग रहा है. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल स्वंय बैरिस्टर थे उनका सपना था कि न्यापालिका में सभी वर्ग की भागेदारी हो लेकिन आज न्यायपालिका में स्थित यह है कि पिछड़े वर्ग और अनुसूचित एंव अनुसूचित जनजाति के न्यायधीशों की संख्या लगभग शून्य है. उन्होंने कहा कि इस पर सरकार और समाज दोनों को चिंतन करने की जरूरत है.
कार्यक्रम के आयोजक जिलाध्यक्ष आत्माराम पटेल ने आये हुए सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत किया. संचालन राम सुख चौधरी ने किया। इस मौके पर अंजली चौधरी, अनिल चौधरी, शेषमणि प्रजापति. नवल पटेल, डॉ अनूप यादव, डॉक्टर शिवपूजन वर्मा, गजराज चौधरी, कन्हैया लाल यादव, अजय चौधरी, हरिहर यादव, लोकमान चौधरी, डॉक्टर बाल जी, डॉक्टर संतराम शर्मा, गंगाराम शर्मा, प्रमोद श्रीवास्तव, शिव चंद्र निषाद, अनूप चौधरी, केवल बान चौधरी, साहिब राम चौधरी, राधेश्याम तिवारी, हरी लाल यादव, यार मोहम्मद, रामसुख चौधरी, पप्पू लव कुश चौधरी, कुंभ यादव, विजय चौधरी, आज भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।