17 लाख की ठगी की योजना ग्राम बोहली में बनी थी, अपराधियों के तार नेपाल से भी जुड़े

September 20, 2020 3:14 PM0 commentsViews: 886
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— अपराधियों का केन्द्र बनता जा रहा ग्राम नेपाल बार्डर का बोहली गांव

नजीर मलिक

यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में नेपाल-भारत बार्डर से के करीब का ग्राम बोहली इस वक्त जरायम पेशे से जुड़े लोगों के लिए हिल स्टेशन बनता जा रहा है।  भारत और नेपाल के तमाम अपराधी इसी गांव में आते हैं और किसी हिल स्टेशन पर आराम करने के अंदाज में बहुत बेफिक्री से अपराध की योजनाएं बनाते है, यहीं से ये प्रतिबंधित माल भी सप्लाई करते हैं और खतरा देखते ही खमोशी से नेपाल सीमा में भाग जाते हैं। पिछले सप्ताह जिले में हुई अब तक की सबसे बड़ी  ठगी की योजना भी इसी गांव में बनी थी। उस घटना का मास्टर माइंड यहीं से भाग कर नेपाल में शरण लिए हुए है।

बताते दें कि पिछले सप्ताह गोरखपुर स्थित तिवारीपुर क्षेत्र के तारिक नाम के एक व्यक्ति को सस्ता जेवर दिलाने के नाम पर बदमाशों के एक गिरोह ने 15.50 लाख रुपया ठग लिया था। जिसका भंडाफोड़ शोहरतगढ़ थाने की पुलिस ने किया था। पुलिस ने बदमाशों के पास से सात लाख रुपये बरामद भी कर लिया था। ग्राम बोहली इसी थाने के अन्तर्गत आता है।

घटना के दो ही दिन बाद गांव में एक युवक की हत्या भी हुई थी। आशंका है कि इसमें भाड़े के हत्यारों का भी प्रयोग किया गया था। चूंकि कई बार इस गांव में नये, अजनबी चेहरे दिख जाते हैं। इसलिए इन दो बड़ी वारदातों के बाद गांव वाले भयभीत और चिंतित हैं। वे सवाल भी उठाते है कि बोहली जैसे शान्ति प्रिय गांव में यह क्या हो रहा है।

दरअसल मामले की गहराई से छानबीन करने के बाद जो तथ्य सामने आ रहे है, उसके मुताबिक गांव में एक बाहरी व्यक्ति के बस जाने के बाद ही गांव की सूरत बिगड़ने लगी है। बताया जाता है कि इटवा थाने के भदोखर गांव का शफीक नामक व्यक्ति कुछ साल पूर्व इस गांव में बस गया। शफीक मुम्बई रहता था। उसके सम्बंध वहां अपराधी लोगों से बन गये थे। बाद में बोहली गांव के वकील नामक व्यक्ति की उससे जान पहचान मुम्बई में हो गई, तो दोनों मिल कर कुछ नया करने की सोचने लगे।

इसके बाद दोनों साथ रह कर ठगी तस्करी आदि की घटनाओं को अंजाम देने लगे। इसमें शफीक की दूसरे नम्बर की पत्नी की गतिविधियां भी रहस्यमय हैं। वह मुम्बई की है और अक्सर रहस्यमय ढंग से मुम्बई जाती है फिर लौट आती है। सूत्र बताते हैं कि वकील और शफीक मिल कर तस्करी भी करने लगे। उन लोगों ने नेपाल के छोटे तस्करों को शरण देना भी यारू कर दिया। धीरे धीरे इस काम में वकील का भतीजा रफीक भी शामिल हो गया। वकील ठगी के प्रकरण में भाग कर नेपाल में छिपा हुआ है।

गांव वाले बताते हैं कि शफीक ने अपने गांव से आकर ग्राम बोहली में जमीने भी खरीद रखी हैं। वह काफी ठाट से रहता है। यह दौलत कहां से आ रही है? पुलिस जांच करे तो कई चौंकाने वाले तथ्य मिलेंगे। वैसे नये पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने आते ही पुलिस को जिस प्रकार मोबाइल किया है, गांव वालों में भरोसा भी दिखा है। लेकिन अभी तक जिले की पुलिस को जंग लगी हुई थी, यह बात नये एसपी को समझनी पड़ेगी।

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