एटीएम व बैंकों की सुरक्षा का बनेगा रोडमैप साइबर ठगों पर नकेल कसने की तैयारी
इस सप्ताह पुलिस और बैककर्मियों की होगी संयुक्त बैठक- अपर पुलिस अधीक्षक
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के बैंकों और एटीएम पर हो रहे साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए नवागत पुलिस अधीक्षक ने ठोस फैसला लिया है। इसके लिए एक रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इसे और प्रभावी बनाने तथा अम्ली जामा पहनाने के लिए जिले के सभी बैंकों के शाखा प्रबंधकों अथवा उनके प्रतिनिधियों और पुलिस विभाग के एक्सपर्टों की बैठक बुलाई जा रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश रावत ने गुरुवार को जिले के लीड बैंक अफसर से फोन पर वार्ता कर उन्हें पुलिस की इस मंशा का जाकारी दी। तथा बैंकों पर लगे एटीएम और सीसी कैमरे व उनकी सुरक्षा आदि के विषय में जानकारी ली। पुलिस का मानना है कि पुलिस और बैंकों के प्रभावी तालमेल के बाद सभी 154 बैंकों में होने वाली साइबर ठगी पर अंकुश लगाया जा सकेगा। इसमें बैंको का सहयोग व उनकी भूमिका भी अहम होगी।
ताजा रोडमैप के खुलासे के बारे पूछने पर अपर पुलिस अधीक्ष सुरेश रावत ने कहा कि इसी सप्ताह वे बैंककर्मियों के साथ बैठक करेंगे तथा उनकी सहमति अथवा उसमें आवश्यक संशोघन के बाद ही कुछ बता पायेगे। परन्तु इतना तय है कि सारे बैंकों और एटीएम को अंदर बाहर से सीसी कैमरे से लैस करना होगा और उसे सदा आन रहने की व्यावस्था करनी होगी। उन्होंने इतना दावा किया कि जो भी रोडमैप बनाया गया है वह यकीनन बेहद प्रभावी होगा। बता दें कि इस पिछड़े क्षेत्र में उपभोक्ताओं खास कर देहात क्षेत्र के खाताधारकों को साइबर क्राइम के जरिये ठगने की घटनाओं में लगा तार वृद्धि होती जा रही है।
सिद्धार्थनगर। भातीय एकलव्य पार्टी की युवा प्रकोष्ठ की बैठक आगामी 5 अगस्त को जिला मुख्यालय पर जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में हुयी बैठक में प्रकोष्ठ के सभी सदस्यों में सम्मेलन में भाग लेने की अपील की गई है तथा कहा गया है कि आज निषादों की उपेक्ष हर दल कर रहे हैं।ऐसे में सांगठनिक एकता की बेहद जरूरत है।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष दिनेश गौतम ने कहा कि सम्मेलन में सभी कार्यकर्ताओं का 12 बजे तक पहुंचना अनिवार्य है। क्योंकि यदि हम संगठित होकर नहीं रहे तो राजनीतिक दल हमें हाशिये पर पहुंचा देंगे। आगीमी सम्मेलन का उद्देश्य है कि निषाद समाज समय रहते इस खतरे को पहचाने तथा उसका मुकाबला करने के लिए विचार करे।
बैठक में अन्य कार्यकर्ताओं ने भी विभिन्न सरकारों पर निषाद समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए चिंता व्यक्त किया। इस अवसर पर उमेश सिंह निषाद, राजदेव सिंह निषाद, मिठाई लाल निषाद, सुरेश सिंह निषाद, राधेश्याम सिंह निषाद, मनोज कुमार, कोदई निषाद, राजू सिंह निषाद, रामबली सिंह निषाद, धनराज सिंह निषाद, सत्येन्द्र सिंह निषाद, रामपाल सिंह निषादआदि शामिल रहे।