कब्जा हटाने गई टीम के सामने जलने लगी झोपड़ी, गुस्साए ग्रमीणों ने तहसीलदार व राजस्वकर्मियों को दौड़ाया
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर।शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के चंदई गांव में हाईकोर्ट के आदेश पर बुधवार को जमीन से कब्जा हटवाने गई टीम के सामने विवाद खड़ा हो गया। देखते ही देखते पांच झोपड़ी आग की भेंट चढ़ गई। गुसाए ग्रामीणों का गुस्सा फूटातो तहसीलदार और राजस्व कर्मियों को दौड़ा लिया। हालांकि समय रहते दोनों को बचा लिया गया। फिर किसी तरह से आग पर काबू पाया गया। इसके बाद गांव में एएसपी, दो सीओ और शोहरतगढ़ के अलावा ढेबरुआ, चिल्हिया थाने की पहुंच गई। गांव में अभी तनाव बरकरार है। ग्रामीणों ने तहसीलदार और कानूनगो पर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के चंदई गांव में हाईकोर्ट के आदेश पर शोहरतगढ़ तहसीलदार धर्मवीर भारती पुलिस फोर्स के साथ गांव में पहुंचे। उनके सामने ही झोपड़ी में आग लग गई। आग कैसे लगी, सह तो पता नही चला, लेकिप एक पक्ष इसे साजिया की आशंका के रूप में देख रहा है। बहरआल आग लगने से देवीशरण, राजेंद्र, गम्मल चाय की दुकान, हरिहर, मुन्नीलाल की झोपड़ी जल गई। आग लगने से नाराज ग्रामीणों ने शोहरतगढ़ तहसीलदार धर्मवीर सिंह व कानूनगो अंकित जायसवाल को घेर लिया। किसी तरह से दोनों ने भागकर जान बचाई।
घटना की सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र चंद्र रावत व शोहरतगढ़ एसडीएम शिवमूर्ति सिंह, शोहरतगढ़ सीओ प्रदीप यादव, इटवा सीओ अजय कुमारश्रीवास्तव, सदर सीओ राणा महेंद्र प्रताप सिंह गांव में पहुंचे। मौके परदमकल वाहन भी पहुंच गया। किसी तरह से आग पर काबू पाया गया। इस मौके पर शोहरतगढ़ एसएचओ आरबी सिंह, एसएचओ ढेबरुआ तहसीलदार सिंह, एसएचओ चिल्हिया डीसी चौधरी, एसएचओ इटवा वीपी श्रीवास्तव, एसएचओ मिश्रौलिया अजय कुमार सिंह, चौकी प्रभारी कोटिया सूर्य प्रकाश सिंह आदि मौजूद थे। एसडीएम शोहरतगढ़ शिवमूर्ति सिंह ने कहा कि पीडि़त परिवारों को राहत राशि दिया जाएगा। हाईकोर्ट के आदेश पर तहसीलदार कब्जा हटाने गए थे। उसी में यह घटना घटी।
प्रशासन के सामने लगी आग, किसी को पता नहीं
कब्जा हटवाने के लिए गए प्रशासनिक जिम्मेदारों के सामने ही झोपडिय़ों पर आग लगी दी गई। देखते ही देखते पांच झोपडिय़ों जल गई। लाखों के सामान जलकरनष्ट हो गए। बड़ी चूक यह है कि प्रशासन और पुलिस के सामने आग लगा दिया गया। मगर उन्हें जानकारी तक नहीं हो पाई। गनीमत रहा समय से फोर्स पहुंच गई। नहीं तो बड़ा मामला हो जाता।
हियुवा नेता ने लगाया आरोप
आग की घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे हियुवा के जिला महामंत्री अजय सिंह ने तहसीलदार और कानूनगो पर धन उगाही करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तहसीलदार ने पैसा लेकर अवैध कब्जा हटाने आते हैं। उन्होंने मांग किया कि आग में नुकसान की भरपाई तहसीलदार व कानूनगो से कराया जाए।
जलता रहा अशियाना बेबस देखते रहे लोग
देखते ही देखते देवीशरण, राजेंद्र, गम्मल चाय की दुकान, हरिहर, मुन्नीलालकी झोपड़ी आग की लपटों से घिर गई। सामान समेटने का भी समय नहीं मिला और आखों के सामने सबकुछ जलकर नष्ट हो गया। मगर बेबस होकर वह खड़े थे। क्योंकि रोने और किस्मत को कोसने के अलावा उनके पास कोई दूसरा उपाय नहीं था।
छावनी में तब्दील हुआ गांव
आगलगी की घटना और तहसीलदार पर ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। सुरक्षा के मददेनजर गांव के कई थानों की फोर्स लगा दी गई है, जिससे आशंति न फैले। फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था कायम थी। क्योंकि हर स्थानों पर पुलिस टीम को लगा दिया गया था।