बूढ़ी राप्ती तटबंध के अंदर से अवैध खनन जोरों पर, जिम्मेदार मूकदर्शक बने
अमित श्रीवास्तव
मिश्रौलिया, सिद्धार्थनगर। स्थानीय थाना क्षेत्र में बूढ़ी राप्ती नदी के बंधे के अंदर पड़ने वाले कई गांवों में इन दिनों अवैध मिट्टी और बालू खनन जोरों पर किया जा रहा है। दिन दहाड़े हो रहे इस खनन को कोई रोकने- टोकने वाला नहीं है। इससे ग्रामीणों में यह चर्चा आम है कि यह काम खनन विभाग सहित अन्य जिम्मेदार एजेंसियों की शह पर किया जा रहा है।
बताया जता है कि थाना क्षेत्र के टढ़वा में इन दिनों अबैध तरीके से अवैध मिट्टी खनन किया जा रहा है थाना क्षेत्र में अबैध मिट्टी खनन करने वाले सक्रिय है।लोगो की माने तो इस धन्धे में लगे खनन माफियाओ का पूरा रैकेट है।जो लोडर जेसीबी से खोद कर ट्रैक्टर ट्राली में भरकर सप्लाई करते है।अवैध तरीके से मिट्टी खनन करने वाले जिस तरह खनन कर रहे है ऐसे में आस पास के गाँवो में बाढ़ का खतरा भी बढ़ जाता है।वही इस तरह के अवैध खनन को रोकने का जिम्मा जिनके कंधों पर है वो भी कोई कार्यवाही करते नजर नही आ रहे है।
जिस तरह (देखिए फ़ोटो) दिनदहाड़े मिट्टी खनन किया जा रहा है, वो इन जिम्मेदारो के कार्य प्रणाली पर सवालों के घेरे में खड़ा करता है।बहरहाल देखना होगा कि आखिर इस अवैध मिट्टी खनन पर रोक लगाने का काम जिम्मेदार अधिकारी करते है या नहीं? वहीं इस मामले में खनन अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो उनका नंबर स्विच ऑफ था।