सीएम योगी के गृह जनपद की सीट “बांसगांव” में आंकड़ों के हिसाब से भाजपा की हालत कमजोर
— विनय शंकर ,रामभुआल और मुरली मनोहर और मनुरोजन के कंधे पर बांसगांव से गठबंधन को जिताने की जिम्मेदारी
अजीत सिंह
गोरखपुर। मुख्यमंत्री के गृह जनपद की संसदीय सीट बांसगांव पर भाजपा आंकड़ों के लिहाज से कमजोर दिख रही है। सपा बसपा के गठबंधन के बाद यह सीट बसपा के खाते में गई है। यहां से दूधराम बतौर उम्मीदवार चुनाव प्रचार में उतर भी गये हैं। यहां सपा बसपा के वर्कर उत्साह से लबरेज हैं। एक तो सपा बसपा गठबंधन को गत चुनावों में मिला वोट भाजपा से बहुत अधिक है, दूसरे मौजूदा भाजपा सांसद कमलेश यादव के प्रति जनता की नाराजी ने सपा बसपा का हौसला बढ़ा रखा है।
गौर तलब है पिछली बार मोदी लहार में जीते कमलेश पासवान के प्रति जनता में आक्रोश और गठबंधन की मजबूत किलेबंदी ने इस बार बीजेपी के माथे पाए पसीना ला दिया है बताते चले पिछली विधानसभा के चुनाव के वोटो की अगर बात करे तो चिल्लूपार में सपा बसपा का कुल योग 1.34 लाख, बांसगांव में कुल वोट 93 हजार , चौरीचौरा में 79 हजार, रुद्रपुर में 73 हजार और बरहज विधानसभा क्षेत्र 79 हजार मत मिले थे।
इसके सपेक्ष उन्हीं विधानसभा क्षेत्रों से बीजेपी क्रमशः 71 हजार, 87 , 77 हजार व 62 हजार मत प्राप्त हुए थे। इस प्रकार गत चुनाव में गठबंधन का संयुक्त वोट भाजपा को मिले वोटों से एक लाख अधिक था। वो भी जब मोदी की लहर थी। आज न तो मोदी जी की लहर है न भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान की पुरानी छवि। स्थानीय सांसद के प्रति लोगो का गुस्सा भी बसपा प्रत्याशी दूधराम की राह आसान करेगा, ऐसा जानकारों का मानना है। लोगों का आंकलन है सीएम के जिले की इस सीट पर भाजपा को आघात लगने की पूरी आशंका है।
याद रहे कि करीब ४ लाख दलित ,ढाई लाख यादव ,२ लाख मुस्लिम भी गठबंधन के साथ लगे हैं। ,इस पर चिल्लूपार में बसपा विधायक विनय शंकर ,रामभुआल निषाद ,बरहज में मुरली मनोहर जायसवाल का साथ भी उन्हें मजबूती दे रहा है। वहीं चौरीचौरा में अखिलेश के खास सिपाही मनुरोजन यादव भी मजबूती से गठबंधन का झंडा बुलंद करने के लिए दिन रत एक किये हैं। सपा बसपा की एकता यहाँ निश्चित रूप से मजबूत है ।क्षेत्र के राम पासवान, धीरज पासवान ,मनोज शर्मा ,संजय सिंह और दीपक शर्मा बताते है की सपा बसपा के साथ आने से जमीनी स्तर पर सपा बसपा का उम्मीदवार बेहद मजबूत दिख रहा है। लोग यह भी चर्चा कर रहे है की कांग्रेस बीजेपी के हो वोट में सेंध लगाएगी जो बीजेपी के लिए परेशानी बनेंगी।