सिद्धार्थनगरः पुलिस समय से पहुंच गई, वरना तीन बेकसूरों की हो सकती थी माब लिंचग में हत्या
अमित श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। जिले के मिश्रौलिया थाना क्षेत्र में बच्चा चोरी की अफवाह फैलते ही मौके पर हजारों ग्रामीण जुट गये। अभी वहां मार कुटाई कि शुरूआत हो ही रही थी कि पुलिस भी पहुंच गई। वरना तीन मासूम फेरी वालों की मांब लिंचिंग से जान भी जा सकती थी। बताते चलें आज कल बच्चा चोरी की अफवाह में लोग किसी न किसी शहर में किसी महिला या पुरुष को पीट रहे हैं। यह तो मिश्रौलिया पुलिस की तेजी थी, वरना यहां भी कम से कम तीन बेकसूरों की जान जा सकती थी।
बताया जाता है कि चेतिया बाजार में भी फेरी वालों को कल ग्रामीणों ने उस समय पकड़ लिया जब फेरी वाले चादर बेच रहे थे । इस दौरान फेरी वाले ने जैसे ही चादर झाडा, वहां खड़ी एक महिला गुड़िया पत्नी पप्पू बेहोश हो गयी। महिला के बेहोश होते ही ग्रामीणों ने तीनो फेरी वालों को पकड़ लिया और बच्चा चोर कह कर घेर लिया। तभी किसी ने इसकी सूचना चेतिया चौकी पुलिस को दे दी।इस दौरान फेरी वालों को दो चार हाथ भी पड़ गये।
सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुँच गयी और ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए तीनो फेरी वालो को भीड़ से बचा कर थाने ले गयी।बच्चा चोरी की अफवाह में अगर पुलिस और कुछ स्थानीय लोगो ने सूझ बूझ का परिचय न दिया होता तो तीन लोग भीड़ तंत्र का शिकार हो गए होते। सी.ओ.इटवा श्रीयश त्रिपाठी ने बताया कि फेरी का काम करने वाले तीनों लोगों का नाम अशोक, सोनू, भोमाराम है, जो लुधियाना के रहने वाले है और फेरी का काम करते हैं।