प्रशासनिक लापरवाहीः सरया बांध का निर्माण हुआ होता तो इलाका तबाही से बच जाता- विनय शंकर
अजीत सिंह
गोरखपुर।चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र के कछारांचल में सरयू व राप्ती के बाढ़ की तबाही प्रशासनिक लापरवाही व शासन की उपेक्षा का परिणाम है,यदि सरया बांध का निर्माण हो गया होता तो क्षेत्र में यह तबाही नहीं मची होती।
उक्त बातें आज विधायक चिल्लूपार विनयशंकर तिवारी ने गोरखपुर टाइम्स के सत्य चरण लक्क़ी से बातचीत करते हुए बताया विधायक विनयशंकर तिवारी ने बताया कि सरया-नवलपुर बांध को बनाने के लिए नाबार्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी थी पर यह शासन की उदासीनता के चलते नहीं बन पाया जबकि इसके निर्माण के लिए मैं सदन में कई बार मामले को उठाया।
इसीप्रकार प्रशासनिक उदासीनता के चलते बाढ़ सुरक्षा हेतु बने बन्धों की मरम्मत नहीं हो सकी।प्रशासन की इस लापरवाही का परिणाम है कि आज ऐतिहासिक राम-जानकी मार्ग खतरे में है।राप्ती की कटान से जगदीश पुर गांव का वजूद खत्म हो रहा तो अब रामजानकी मार्ग का अस्तित्व भी संकट में है।राप्ती व सरयू की बाढ़ से दर्जनों गांव मैरुण्ड हो गए हैं।लोगों की हजारों एकड़ फसल बाढ़ से पूरी तरह नष्ट हो चुकी है