बड़हलगंज प्रमुख चुनाव में विनय और विजय जैसे विपरीत ध्रुवों ने मिल कर भाजपा को कैसे दी पटखनी?  

July 12, 2021 1:06 PM0 commentsViews: 416
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नजीर मलिक

बड़हलगंज, गोरखपुर। जिले के बड़हलगंज विकास खंड का ब्लाक प्रमुख चुनाव में भाजपा की पराजय की जमीन जिस प्रकार तैयार की गई उसकी मिसाल यूपी की राजनीति में कम ही देखने को मिलेगी। यह पहली बार है कि भाजपा को शिकास्त देने की छटपटाहट इतनी तीव्र हुई कि बसपा और सपा जैसे धुर विरोधियों ने बिला शर्त एकजुट होकर भाजपा के शिकस्त की शानदार पटकथा लिख डाली।

कौन  कौन थे दावेदार

बडहलगंज प्रमुख के चुनाव में भाजपा के कुल तीन दावेदार थे। एक थीं भाजपा नेता श्रीनाथ तिवारी की पत्नी सुनीता तिवारी। इसके अलावा भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य राजीव पांडेय व वरिष्ठ भाजपा नेता राम आशीष राय की भी जबरर्दस्त दावेदारी थी। लेकिन अन्ततः टिकट मिला पूर्व मंत्री राजेश त्रिपाठी के करीबी माने जाने वाले राजीव पांडेय को ही। राजीव पांडेय के अधिकृत पत्याशी बनते ही भाजपा में तूफान मच गया। हालात कुछ ऐसे बने कि सुनीता तिवारी व राम आशीष राय ने भाजपा के बागी उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल कर दिया। इन तीनों के मुकाबले में तीन बार ब्लाक प्रमुख रहे वरिष्ठ सपा नेता विजय यादव भी एक दावेदार थे।

अचानक बाजी पलटने लगी

लेकिन उसी समय पता चल गया कि भाजपा के साथ खडे प्रशासन व पूर्वमंत्री राजेश त्रिपाठी की ताकत के समक्ष अलग अलग लड़ना इतना आसान नहीं है। बडहलगंज के बसपा नेता  विधायक विनयशंकर द्धारा भाजपा के बागी राम आशीष राय को खुला समर्थन देने की घोषणा के बावजूद भाजपा प्रत्याशी का पलड़ा स्पष्ट तौर पर भारी नजर आ रहा था। अचानक दूसरे दिन वह हुआ जिसे किसी ने सोचा भी न था। बसपा की धुर विरोधी सपा के दावदार व पूर्व प्रमुख विजय यादव ने नामांकन दाखिल करने के बजाए राम आशीष राय को समर्थन दे दिया। समझा जाता है कि भाजपा की उदृदंडता के आगे वह भी असहाय थे। अतः उन्होंने खुद को लड़ कर जीतने के बजाये भाजपा को हराने की ठान ली।

शानदार रणनीति से धोखे में आई भाजपा

इस प्रकार सपा नेता विजय यादव व विधायक विनय शंकर के एक साथ आ जाने के कारण भाजपा विरोधी खेमे में उत्साह आ गया। यह देख सुनीता तिवारी ने भी राम आशीष राय का समर्थन कर दिया। अब विपक्षी उम्मीदवार के जीत की संभावनाएं बन गईं, परन्तु प्रशासन का भाजपा के पक्ष में खड़े हो जाने का खतरा कायम था। इसे देखते हुए विपक्ष ने अपने कुछ अत्यंत विश्वस्त वोटर भाजपा के खेमे में भेज दिया ताकि भाजपा जीत के प्रति आश्वस्त रहे और कोई बवाल न हो, और हुआ भी यही।

और पलट गई बाजी

मतदान के दिन जब पूर्व मंत्री व भाजपा नेता राजेश त्रिपाठी जब बीडीसी सदस्यों को लेकर ब्लाक के पास पहुंचे तो देखने वालों को यकीन हो गया कि भाजपा जीतने जा रही है। लेकिन जब मतों की गिनती हुई तो भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मात्र ४० वोट ही आये तथा ५० वोट पाकर विपक्ष के उम्मीदवार राम आशीष राय जीत गये। इस प्रकार विधायक विनय शंकर तिवारी की शानदार रणनीति और सपा नेता विजय यादव के यादगार सहयोग से बड़हलगंज में भाजपा को शर्मनाक हार मिली।

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