इस बार भागीदारी मोर्चा के उम्मीदवार की सफलता की बारी है- डॉ. सरफ़राज़
नज़ीर मलिक
सिद्धार्थनगर। विधानसभा सीट शोहरतगढ़ पर भागीदारी परिवर्तन मोर्चा इस बार अपनी विजय पताका फहराने में कामयाब होगा। इसके लिए अल्पसंख्यकों और अति पिछड़ों ने कमर कस लिया है। अब वे सत्ता में भागीदारी के इस सुनहरे मौके को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी तरह संकल्पित हैं।
यह बातें बाबू सिंह कुशवाहा की जनाधिकार पार्टी के उम्मीदवार और क्षेत्र के प्रमुख सर्जन डॉ. सरफ़राज़ अंसारी ने कहा। वह गत दिवस एक जनसम्पर्क कार्यक्रम के तहत विधानसभा क्षेत्र के कछार इलाके में चुनाव प्रचार के बीच मतदाताओं से वार्ता कर रहे थे। उनके साथ दर्जनों कार्यकर्ता भी थे।
बभनी बाजार में उन्होंने मतदाताओं के एक समूह को संबोधित करते हुए कहा कि आज़दी के बाद से इस सीट पर कभी अल्पसंख्यक समाज का कोई व्यक्ति नहीं जीता है। अति पिछड़ा समाज से भी स्व प्रभुदयाल विद्यार्थी परिवार के अलावा कोई व्यक्ति जीत हासिल नही कर सका है। उन्होंने कहा इस बार बाजी पलटने के के पूरे असार हैं। यह काम बाबू सिंह कुशवाहा की जनाधिकार पार्टी करेगी। कुशवाहा जी एमित के ओवैसी साहब के साथ भगीदारी परिवर्मन मोच बना कर पूरे प्रदेश में चुनाव लड़ रहे हैं।
डॉ सरफ़राज़ अंसारी ने कहा कि इस चुनाव मे सभी राजनीतिक दलों ने शोहरतगढ़ सीट पर मुस्लिम समाज की उपेक्षा की है, जब कि इस क्षेत्र में मुसलमानों की आबादी 26 फीसदी है। उन्होंने अल्पसंख्यक और अति पिछड़ों से अपील करते हुए कहा कि शोहरतगढ़ सीट पर इस बार बहुकोणीय लड़ाई छिड़ी है। ऐसे में यदि मुस्लिम समाज एकजुट हो जाये तथा अति पिछड़ा समाज मोर्चे को ध्यान में रख कर उनको सहयोग करे तो यहाभागीदारी मोर्चा की भारी मतों से जीत होगी।
उन्होंने कहा कि भागीदारी मोर्चा के माध्यम से उनके पक्ष में हवा चल चुकी है। 91 हजार मुस्लिम मतदाता अब तेज़ी से भागीदारी मोर्चा के पक्ष में एकजुट होकर अपने समाज को क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सौंपने का मन बनाने लगा है। वह समझ चुके है कि अब उसकी एक जुटता समय की ज़रूरत बन चुकी है। उन्होंने अंत मे अपील किया कि मतदान के दिन अल्पसंख्यक समाज के लोग पोलिंग स्टेशन पर पहुंच कर उनके पक्ष में मतदान करे।