14 साल की लड़की को पांच दिन तक बंधक रखा, ग्रामीणों का फूटा आक्रोश, रास्ता जाम किया
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। चौदह साल की कोई बालिका यदि गायब कर बंधक बना ली जाये तो आम तौर पर कानून के पहरेदारों की नींद उड़ जाती है, मगर जिले की जोगिया पुलिस की कार्यप्रणाली अलग ही है। लड़की गायब हो गई। परिजन दौड़ते रहे उन्हें पुलिसिया अपमान मिला, लड़की बरामद हुई तो अभियुक्तों को पकड़ने के लिए जनता को नेशनल हाइवे तक जाम करना पड़ा। इसके बाद भी ग्रामीणों के संतुष्ट हो पाने तक की कार्रवाई नहीं हुयी।
घटना कुछ इस प्रकार है कि जोगिया थाना क्षेत्र के मदुरा गांव निवासी सुदन की 14 साल की पुत्री सीमा गत 22 अप्रैल की रात शौच के लिए गयी और फिर लापता हो गयी। दो दिन खोजबीन के बाद परिजन स्थानीय पुलिस को तहरीर देने गए, लेकिन आरोप है कि मामले में कोई कार्रवाई करने के बजाए उनके साथ अभद्रता की गयी। इसके बाद 26 अप्रैल को थाने से कुछ ही दूरी पर करौंदा मसिना गांव के बालेडीह टोला निवासी एक महिला के घर से लड़की सीमा बरामद की गयी।
सीमा ने बयान दिया कि उसे पांच दिन तक नशीला पदार्थ खिलाकर बंधक बनाया गया था। इसके बावजूद भी पुलिस मुकदमा दर्ज कर दोषी को गिरफ्तार करने से कतराती रही। इससे आक्रशित ग्रामीणों ने जोगिया थाने के निकट नेशनल हाइवे जाम कर दिया। इसके अलावा थाने का भी धेराव किया। उनकी मांग थी कि अपराधियों के साथ दोषी पुलिसकर्मियों के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाए। जाम के दौरान सड़क के दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गयी थी, जिससे राहगीरों को सांसत झेलनी पड़ी। अंत में लोगों के समझाने पर रास्ता जाम खतम किया गया।