बीट पुलिसिंग के माध्यम से निबटेंगी शिकायतें, अपराध पर भी लगेगा लगाम- सीओ
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। अपर पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर थाना शोहरतगढ़, चिल्हिया और ढेबरूआ में बीट पुलिसिंग प्रणाली (बीपीओ)की शुरुआत की गई। जिसमें बीट चौपाल लगाकर जन समस्याओं के निस्तारण करने हेतु संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया गया। सीओ प्रदीप कुमार के अनुसार इससे अपराधों पर अंकुश लगाने में सफलता मिलेगी।
शुक्रवार को चिल्हिया थाने से मोटर बाइक पर सवार सैकड़ों पुलिस वालों/ बीट प्रभारियों के चौपाल का शुभारंभ डिप्टी एसपी प्रदीप कुमार यादव ने झंडी दिखाकर रवाना किया यह रैली विभिन्न चौराहों पर चौपाल कार्यक्रम का प्रचार करते हुए अपने अपने थानों पर पहुँची।इनका कार्य बीट के पुलिस प्रमुख द्वारा अपनी बीट में निवासित समस्त हिस्ट्रीशीटर/सकिय अपराधियों/ मफरूर/टाप-10 अपराधियों के सम्बन्ध में निगरानी की जायेगी एवं उनकी गतिविधियों के सम्बन्ध में आवश्यक बीट सूचना थाने पर अंकित करायी जायेगी।
इस अवसर पर सीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि अपराध कम करने के लिए जिले में इसे लागू किया गया है जिसके क्रम जिले के थाना चिल्हिया, शोहरतगढ़ और थाना ढेबरुआ में बीट चौपाल के माध्यम से शिकायतों की सुनवाई और खुराफातियों का लेखा जोखा तैयार किया जाएगा। थाने पर उपलब्ध बल में से 40 फीसदी पुलिस कर्मियों को बीट ड्यूटी में तैनाती की जाएगी। इन पुलिस कर्मियों से किसी और तरह का काम नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बीट पर तैनात किए गए सिपाहियों को डाटा प्लान के साथ सीयूजी, छोटा शस्त्र, वायरलेस और सरकारी दो पहिया गाड़ी दी जाएगी। निर्देश यह भी हैं कि बीट का निर्धारण हल्का लेखपाल को देखते हुए किय जाए ताकि जमीन विवाद या अन्य मामलों में सीमा विवाद की गुंजाइश कम से कम रहे। प्रदेश के सभी जिलों में यह व्यवस्था बृहस्पतिवार से लागू कर दी गई है।
बता दें कि आगे भी इस प्रणाली में बीट आरक्षी और हल्का दरोगा गांव में लोगों की चौपाल लगाएंगे।और गांव में ही उनकी जन समस्याओं को सुनेंगे तथा उसका वहीं पर निस्तारण करेंगे। यदि वह निस्तारण नहीं कर पाते हैं तो थाने पर आकर संबंधित थानाध्यक्ष को पूरी बात बताएंगे और थाना अध्यक्ष उसका निराकरण कराएगा।