Exclusive- शिक्षामंत्री के गृह ब्लाक संसाधन केन्द्र के भीतर बेखौफ चलता रहा फर्जीवाडे का जबरदस्त खेल
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चन्द्र द्विवेदी का गृह ब्लाक खुनियाव, इटवा विधानसभा क्षेत्र में आता है। उनके गृह ब्लाक के ब्लाक संसाधन केन्द्र में बेखौफ होकर महीनों से फर्जीवाड़ा होता रहा और जिले के आला अफसरों को पता तक न चला। पिछले दिनों लखनऊ से आई विशेष टीम ने जब इसका खुलासा किया तो लोग चौक पड़े। मंत्री के गृह क्षेत्र में उन्हीं के विभाग में हो रहा इस कदाचार का संदेश साफ है कि उनके पद का इकबाल घट गया है ।
दरअसल ब्लाक संसाधान केन्द्र खुनियाव में बनने वाले आधार कार्ड के मामले में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। संसाधन केन्द्र के दो कर्मी प्रेम प्रकाश और सलाहुद्दीन को आधार कार्ड बनाने की जिम्मेदारी बाहर के दो लोग ठेके पर ले रखे थे। इस काम में उन दोनों कर्मियों में से एक के अंगूठे का छाप लगाने पर मशीन आन हो सकती थी। इसलिए कर्मियों ने अपने अंगठे के छाप का रबर फिंगर का थेम्प बनावा कर ठेके पर काम करने वाले लोगों को दे दिया गया था।
इस घटना के खुलासे बाद प्रशासन ने इसे भ्रष्टाचार का सामान्य मामला माना है। लेकिन मामला यह नहीं है कि इसके माध्यम से वे लोग केवल रुपया ही कमा रहे थे। दरअसल यह मामला बेहद गंभीर है। इस विधि ये किसी विदेशी व्यक्ति का भी आधार कार्ड बनाया जा सकता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिक अधिकारों के सरासर खिलाफ है। सबसे चिंताजनक बात है कि शिक्षा मंत्री के गृह क्षेत्र में उनके ही शिक्षा विभाग के ब्लाक संसाधन केन्द्र में यह खेल चलता रहा। जाहिर है अब अपराधी और भ्रष्टाचारी तत्वों को कोई भय नहीं रह गया है। मंत्री के क्षेत्र में इस प्रकार का फ्राड क्यों करपाना संभव हुआ, इस बारे में एबीएसए गोपाल मिश्र ने कुछ भी बताने से इंकार किया। बीएसए राजेन्द्र सिंह ने जरूर बताया की लखनऊ से जांच करने एक टीम यहां आई थी।
इस सम्बंध में डीएम दीपक मीणा ने मीडिया से कहा कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच करने यूआईडीएआई लखनऊ की टीम खुनियांव आई थी तथा कुछ दस्तावेजों को जांच के लिए अपने साथ ले गई है। टीम के सदस्यों से बात हुई है। उसकी जांच कर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस बारे में शिक्षामंत्री की तरफ से कोई बयान नहीं आया, जबकि मामला सीधा उनके विभाग का है और उनके गृह क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।