लाकडाउनः भाजपा नेता से मारपीट करने पर दो सिपाही लाइन हाजिर, गरीब को पीटने की पूरी छूट
अजीत सिंह
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। लाक डाउन के दौरान गरीबों के घर से निकलने पर पुलिस द्धारा पिटाई की खबरें तो मिलती है, लेकिन सत्ता पक्ष के नेता से मार पीट की घबर पहले बार प्रकाश में आई है। हालांकि इस मामले में दो पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया गया है, लेकिन जिस सब इंसपेक्टर की उपस्थिति में यह सब हुआ, उसे कोई सजा नहीं मिली है। सत्ता पक्ष के उस नेता का नाम अभिनव उपाध्याय बताया जाता है। वह भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमित के सदस्य बताये जाते हैं। इस घटना से जिले के सभी भाजपा नेताओं में भारी आक्रोश है।
घटना के विषय में बताया जाता है कि भाजपा नेता अभिनव उपाध्याय कल एक रिश्तेदार के दाह संस्कार में इटवा थाना क्षेत्र के ग्राम चौखड़ा गये थे। वह अपरान्हृ में लौट रहे थे। अभी वह डुमरियागंज स्थित मंदिर तिराहे पर पहुंचे ही थे कि पुलिस वालों ने उन्हें रोक लिया और लाक डाउन में उनसे बदतमीजी से कहा कि इस वक्त घर से बाहर कैसे हो?
बताया जाता है कि भाजपा नेता ने पुलिस कर्मियों को बताया कि वह एक दाह संस्कार से लौट रहे हैं। वह आगे कुछ और बात भी कहना चाहते थे मगर इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उनसे मारपीट शुरू कर दी और भाजपा नेता को अपनी पूरी बात कहने का मौका तक न दिया। पुलिसकर्मी भाजपा नेता को देर तक अपमानित करते रहे।
घटना के तत्काल बाद इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। एसपी ने घटना को सही पाकर सिपाही राजन सिंह एवं आलोक यादव को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया मगर सिपाहियों के साथ के सब इंस्पेक्टर को कोई दंड नहीं मिली। हालांकि वरिष्ठ होने के नाते सब इंस्पेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव भी घटना की जिम्मेदारी से बरी नहीं थे।
याद रहे कि लाक डाउन के बाद से घर से बाहर निकले वाले किसी गरीब की पिटाई आम बात है। चाहे गरीब कितनी बड़ी जरूरत से बाहर क्यों न निकला हो। मगर इस बार मामला चूंकि सत्ता पक्ष के नेता का था, इसलिए वर्दी वालों पर यह दांव उलटा पड़ गया।