पूर्व सांसद भालचंद यादव का निधन, अंतिम दर्शन के लिए हजारों समर्थक उनके पैतृक गांव “ भगता” रवाना
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। संतकबीरनगर के पूर्व सांसद भालचंद यादव का गत दिवस निधन हो गया। वे काफी दिनों से बीमार थे। उनका इलाज मेंदांता अस्पताल दिल्ली में चल रहा था, जहां शुक्रवार की दोपहर लगभग 2.30 बजे उन्होंने अंतिम सांसें लीं। उनकी आयु लगभग 61 वर्ष थी। उनके निधान पर उनके हजारों समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके अंतिम दर्शन के लिए पूर्वांचल के सिद्धार्थनगर सहित आसपास के कई जिलों के समर्थक उनके गांव भगता के लिए रवाना हो गये हैं।
भालचंद यादव के निधन से उनके गृहजनपद संतकबीरनगर सहित पूरे पूर्वांचल में शोक की लहर है। पिछले लोकसभा चुनाव में वह अपने गृह जिल संतकबीरनगर की खलीलाबाद सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार थे। वह 1999 से 20009 तक सांसद रहे। संसद में उन्होंने दो बार अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह जिले के कद्दावर नेता में शुमार किए जाते थे। उन्होंने कुछ समय के लिए सिद्धार्थनगर की राजनीति भी की। यहां वे अपने पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराने में सफल रहे। लेकिन खुद विफल होकर वापस लौट गये।
बताते चलें कि पूर्व सांसद भालचंद यादव संतकबीरनगर जिले के भगता गांव के निवासी थे। वह पिछले कुछ महीनों से पीलिया से पीडि़त थे। कुछ दिन पहले उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार की सुबह से ही उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी थी। गुरुवार सुबह से वह वेंटिलेंटर पर थे। परिजनों के अनुसार शुक्रवार अपरन्ह उन्होंने अंतिम विदा ली।
उनके निधन पर यादव सेना संगठन के जिला अध्यक्ष व जिला प्रभारी विजय यादव पहलवान व सिद्धांत यादव ने शेक व्यक्त करते हुए कहा की भालचंद यादव जी पूर्वांचल के नेताओ मे शेर की हैसियत रखते थे। उन्होंने हमेशा गरीबों और दबे कुचले लोगो का सहयोग किया है। आज उनके इस संसार में न रहने की खबर सुन कर निर्बल समुदाय खुद को असहाय महसूस कर रहा है।