विधायक सैयदा खातून के लौटते ही पूजास्थल का वैदिक विधि-विधान से किया गया शुद्धिकरण
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज क्षेत्र के बलुआ-भड़रिया समय माता स्थान पर आयोजित श्रीरामकथा में सपा विधायक सैयदा खातून के शामिल होने के बाद कतिपय हिंदूवादी संगठनों व भाजपा के कुछ लोगों ने मिल कर पूजा व रामकथा स्थल को गंगाजल व पंचगव्य से वैदिक मंत्रों के बीच बीच विधि विधान से शुद्धिकरण किया। यह जिले में इस प्रकार की पहली घटना है। इस कृत्य से इलाके के धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के लोग जहां हतप्रभ हैं वहीं राजनीतिक दल व सामाजिक संगठन पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं सपा विधायक सैयदा खातून का कहना है कि उन्हें इस कार्यक्रम में बुलाया गया थ। कुछ शैतानी ताकतों के इस कृत्य से वे डरने वाली नहीं है और आगे भी वे हिंदू समाज के ऐसे कार्यक्रमों में जाती रहेंगी।
क्या है घटना की कहानी
इस हैरतअंगेज घटना की खबर मात्र एक दैनिक अखबार ‘हिंदुस्तान’ में सोमवार को प्रकाशित हुई तब कहीं जाकर यह घटना आमजन तक पहुंच पायी। जिसके अनुसार भावानींगंज थाने के निकट बलुआ-भड़रिया समय माता स्थान पर श्रीरामकथा का आयोजन हो रहा था। शनिवार की रात उक्त आयोजन में वहां से लगभग तीन-चाार किमी दूर की रहने वाली सपा की विधायक सैयदा खातून भी वहां पहुंचीं।जहां बकौल विधायक उन्हें पूरा सम्मान दिया गया। वहां कुछ देर रहने के बाद वह चली आयीं। असली बखेड़ा उनके आने के बाद शुरू हुआ।
रविवार को छिड़का गया गंगाजल
खबर के मुताबिक रविवार को कतिपय हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोग इस मुद्दे को गरमाने में लग गये।दिन चढ़ते चढ़ते उक्त स्थल पर एक मुस्लिम विधायक के पहुंचने का विरोध करने लगे।हिंदुस्तान अखबार के मुताबिक इस विरोध कार्यक्रम के नेतृत्व बढ़नीचाफा के चेयरमैन धर्मराज वर्मा व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि संतोष पासवान कर रहे थे। अंत मेंविरोध का स्वर उठाने वाले लोगों ने उक्त स्थल का शद्धिकरण करने का निर्णय लिया और आनन फानन में गंगाजल व पंचगव्य के सहारे रामकथा व समयमाता स्थ़ल का वैदिक मंत्रों से शुद्धिकरण किया गया।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा
इस प्रकरण को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मराज वर्मा ने कहा कि नगर पंचायत बढ़नी-चाफा स्थित सिद्धपीठ बलुआ समय माता मंदिर प्रांगण में धार्मिक आयोजन में सपा विधायक सैयदा खातून के शामिल होने से समय माता स्थान अपवित्र हो गया था। इससे स्थान को गंगाजल और पंचग्वय से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान से शुद्धिकरण किया गया है। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि संतोष पासवान ने कहा कि बलुआ समय माता स्थान आसपास के कई जनपदों के हिंदू जनमानस के आस्था का केंद्र है।
अपने-अपने राम
इस घटना को हिंदूवादी विचारधारा के लोग जहां सही ठहरा रहे हैं वहीं धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाले सभी लोग चाहे वह किसी भी धर्म के हों, गलत करार दे रहे हैं और भारतीय भाई चारा ही नहीं, राजनीतिक आचरण के भी विरुद्ध बता रहे हैं। लेकिन तमाम राजनैतिक दल और सामाजिक संगठन अभी चुप ही देखे जा रहे हैं। दोनों पक्षों के लोग अपने अपने तरीके से मर्यादा पुरुषोत्तम रामचन्द्र जी को परिभाषित कर रहे हैं।
क्या बोलीं विधायक सैयदा खातून?
इस बारे में क्षेत्र की विधायक सैयदा खामून कहती हैं कि बलुआ समय माता स्थान पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में हमें बुलाया गया था। जहां पर आयोजन कमेटी की ओर से हमारा सम्मान भी किया गया। मैं विधायक हूं। सभी धर्मों का सम्मान करती हूं और आगे भी करती रहूंगी। जो हमारा काम है करती हूं जो शैतान का काम है वह शैतान करता है। उन लोगों के इस कृत्य से मेरे ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है।