सड़क के लिए मकान खुद से तोड़ने के फरमान से ग्रामीणों में दहशत, डीएम से मिले बदरे आलम
निजाम अंसारी
शोहरतगढ, सिद्धार्थनगर। भुतहिया खैरी उर्फ झुंगहवा बजरा भारी मार्ग के चौड़ीकरण में सड़क के किनारे बसे लोगों को डरा धमका कर मकानों को तोड़वाने की शिकायत करते हुए मकानों को न तोड़ने और टूट गए मकानों का मुआवजा दिलाये जाने की मांग की गई। इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता बदरे आलम पे डीएक का ज्ञापन देकर समस्या समाधान की मांग की है।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अब्दुल कयूम रहमानी फाउंडेशन के अध्यक्ष बदरे आलम ने कहा कि तहसील शोहरतगढ़ एनएच 730 पर तुलसिया पुर भुतहिया खैरी उर्फ झूँगहवा बजरा भारी मार्ग के चौड़ीकरण में ग्राम खैरी उर्फ झूँगहवा के टोला झूँगहवा में आर्थिक वह सामाजिक रूप से सदियों से लोग आबाद हैं लोक निर्माण विभाग खंड 1 इटवा के ठेकेदार द्वारा मकानों को चिन्हित कर तोड़ने के लिए कहा उसने ग्रामीणों से यह भी कहा की यदि चिन्हित किये गए मकानों को मकान मालिक स्वयं नहीं तोड़ते हैं तो विभाग द्वारा तोड़वाये जाने पर मकान मालिकों से मुआवजा वसूल किया जाएगा।
इस पर गांव में इतनी दहशत फैल गयी कि राम राजभर, सुदामा राजभर, पति राम राजभर, कल्लू राजभर व ध्रुव लाल राजभर सहित 30 लोगों ने अपना मकान स्वयं तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि एनएच 730 अहिरौला मनिकौरा झूँगाहवा में पहले से अच्छी सड़क मौजूद है जिससे भारी वाहन भी कठेला कोठी से होकर इटवा आदि स्थानों को जा सकते हैं।
भुतहवा तिराहे से झूँगहवा जाने के लिए पर्याप्त सड़क उपलब्ध है इसलिए जनहित को देखते हुए भूतिया मार्ग को झूँगाहवा गांव के बाहर ही रोक देना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से विस्थापितों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग करते हुए डरा धमका कर मकान तो तोड़वाने वाले के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की।
प्रकरण में स्वातंत्रता संग्राम मौलरना अब्दुल कयूम रहमानी फाउंडेयान के अध्यक्ष बदरे आलम ने भी जिलाधिकारी को पत्रक देकर समस्या के निराकरण की मांग की है। इस दौरान गोपाल जी यादव, अनारी देवी, रूपा देवी, त्रिभुवन यादव, मकसूद आलम सहित भारी संख्या में पीड़ित ग्रामीण मौजूद रहे।