चार माह से कटे महुअरिया गांव की बिजली को लेकर ग्रामीण और प्रशासन हुए आमने सामने, 24 घंटे का अल्टीमेटम

June 25, 2019 6:01 PM0 commentsViews: 800
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— छ: सप्ताह में मामले के हल का हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद प्रशासन एक व्यक्ति के आगे है विफल

अजीत सिंह

सिद्धार्थनगर। ऐसा पहली बार नही हुआ है कि किसी मामले में ग्रामीण औए प्रशासन आमने सामने न हुए हों। लेकिन एक आदमी के कारण जिला प्रशासन ग्रामीणों के खिलाफ हो गया और हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद चार माह से पूरे गांव की टूटे पोल के कारण कटी हुई बिजली आज फिर नहीं लग पाई। प्रशासन ने ग्रामीणों की पीड़ा गंभीरता से नहीं समझा और मामला सुलझ नहीं सका। फिलहाल प्रशासन ने ग्रामीणों को आपसी सहमति बनाने के लिए 24 घंटे का समय दिया है।

बताया जाता है कि सदर थाना अंतर्गत ग्राम महुअरिया में 35 साल पुराने लाइन की पोल को गांव के एक व्यक्ति प्रकाश द्वारा 4 माह पहले इस लिए  तोड़ दिया गया था क्योंकि बिजली का पोल उसके खेत में था। पोल के टूट जाने से गांव में पिछले चार माह से बिजली नही आ रही है। ग्रमीणों ने इसकी सूचना बिजली विभाग के अलावा उप जिलाधिकारी को भी दिया था लेकिन कोई भी हल नही निकल सका।

ग्रामीणों ने प्रशासन के अनसुने रवैये को देखते हुए मामले को हाइकोर्ट में ले गए। न्यायालय ने ग्रामीणों के पक्ष में बात रखते हुए जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर को 6 हफ्ते में उक्त मामले को सुलझाने का अदेश दिया। आज इसी समस्या को लेकर ग्रामीण और प्रशासन आमने सामने आ गए। गांव में बिजली सप्लाई चालू कारने को लेकर बिजली विभाग ने नए रास्ते से बिजली की सप्लाई बहाल करने की बात की। लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि पुराने रास्ते से ही बिजली के खंभे लगाए जाएं।

मौके पर सीओ सदर सहित कई प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी व ग्रामीणों के बीच घंटो वार्तालाप हुआ लेकिन मामले का कोई निस्तारण नहीं हो पाया। थानाध्यक्ष दिनेश चौधरी ने बताया कि गांव वालों को अपसी सहमति बनाने लिए 24 घंटे का समय दिया गया है उसके बाद मामले को कानूनी रूप से हल किया जायेगा। इस मामले में ग्रामीणों ने पुराने बिजली के खंबे को तोड़ने वाले व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने की मांग भी की है।

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