बीस सूत्रीय मांगों को लेकर जिला अस्पताल में नारेबाजी, दो घंटे नहीं करेंगे काम
– आज से दो घंटे कार्य नहीं करेंगे फार्मासिस्ट, प्रभावित रहेगी स्वास्थ्य सेवा
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर चल रहे चरणबद्ध आंदोलन के तहत बुधवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय में फार्मासिस्टों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बृहस्पतिवार से 16 दिसंबर तक रोज दो घंटे सुबह 8 बजे से 10 बजे तक कार्य बहिष्कार भी करेंगे।
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन जिला इकाई के आह्वान पर जिला मंत्री डॉ. गोविंद प्रसाद ओझा की अगुवाई में फार्मासिस्टों ने हाथ में काला फीता बांधकर मांगों को पूरा करने के लिए हुंकार भरी। उनकी मांगों में डॉक्टरों की अनुपस्थिति में चिकित्सीय कार्य कर रहे फार्मेसिस्टों को विधिक मान्यता दी जाए। दवा लिखने का अधिकार दिया जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के तहत उपकेन्द्रों व वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ की न्यूनतम योग्यता में डिप्लोमा फार्मेसी व बैचरल फार्मेसी को शामिल किया जाए।
फार्मासिस्टों को दवा लिखने का अधिकार, फार्मासिस्ट संवर्ग में अराजपत्रित पदों पर कार्यरत फार्मेसिस्टों को पद योग्यता एवं काम के आधार पर वेतनमान, फार्मेसिस्ट का पद नाम फार्मेसी अधिकारी व चीफ फार्मेसिस्ट अधिकारी किया जाए। इसके अलावा कई तरह के भत्ते बढ़ाने की मांग शामिल हैं।
प्रमोद कुमार मिश्र, सुनील चौबे, बी. नारायन, बृजेश पांडेय, सत्येंद्र दुबे, शमसुल हक, अशोक चौधरी, आरके सिंहानिया, रूपाली यादव, अर्चना मैसी, राहुल पांडेय, अनूप पांडेय, नेहा सिंह, प्रदीप पांडेय, दिलीप पांडेय, सिद्धार्थ मिश्र, हिमांशु शुक्ला, अभिनव शुक्ला, विजय कुमार दुबे की उपस्थिति थे। जिला मंत्री ने बताया कि नौ से 16 दिसंबर तक रोज दो घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे। जबकि 17 से 19 दिसंबर तक इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सारे काम बंद एवं 20 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी।