सात मौतों के साथ ब्लैक शुक्रवार के रूप में याद की जाएगी इस बार की होली

March 16, 2025 12:53 PM0 commentsViews: 570
Share news

नजीर मलिक

                    मृतक  शिवम पांडेय

सिद्धार्थनगर। होली का दिन जिले में ब्लैक फ्राइडे (काला शुक्रवार) के रूप में  काफी दिनों तक कचोटता रहेगा। इस दिन हुए अलग अलग हादसों में कुल सात जानें चली गईं। मरने वालों में एक बच्चा तथा १८ साल की एक युवती भी शामिल हैं। हादसे में बांसी कोतवाली क्षेत्र में दो, ढेबरुआ, जोगिया और लोटन मिश्रौलिया में खेसरहा थाना कोतवाली क्षेत्रों में एक-एक मौत हुई है। पुलिस सभी मामलों में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाने के साथ ही कार्रवाई में जुटी है। वहीं, मौत के बाद परिवार के लोगों का रो- रोकर बुरा हाल है।  होली के दिन एक ही गांव के उो युवकों की अर्थी  एक साथ उठने से गांव में कोहाराम मचा हुआ है।

जोगिया कोतवाली क्षेत्र के सूपा  चौराहे के पास शुक्रवार को दो बाइकों में टक्कर हो गई। इस हादसे क्षेत्र के लखनापार गांव काविष्णु (22) पुत्र मुरली बाइक से दोपहर में होली खेलने निकला था। इसी प्रकार शिवनगर डिड़ई थाना क्षेत्र के साड़ी खुर्द निवासी पंकज (23) पुत्र राजा राम कसौधन भी बाइक से निकला था। दोनों की सूपा में टक्कर हो गई।  जिसमें विष्णु की मौत हो गई। इसी प्रकार अन्य दुर्घटनाओं में बाइक टकराने से युवकों की मौत हुई। जबकि मिश्रौलिया थाने के लमती गांव की मैना नामक 18 साल की युवती की मौत होली खेलने के बाद बूढ़ी राप्ती में नहांने के दौरान डूब कर हुई।

मृतक बालगोबिंद

इस सिलसिले में सबसे दर्दनाक सीन खेसरहा थाना क्षेत्र के छितौनी गांव मं देखा गया।  शुक्रवार को दो युवकों की अर्थी एक साथ उठने से गांव में कोहराम मच गया। यह दृश्य देख लोगों की आंखें नम हो गईं। होली के एक दिन पूर्व बाइक व पिकअप की टक्कर में दो युवकों की मौत हो गई थी। होली का उत्सव मातम में बदल गया। क्षेत्र के छितौनी गांव निवासी बालगोविंद यादव (29) एवं शिवम पांडेय (25) बृहस्पतिवार को सायं करीब पांच बजे एक बाइक पर बैठकर दोनों लोग होली से संबंधित कुछ सामन की खरीदारी करने पेड़री चौराहे पर जा रहे थे। अभी वह चौराहे के पश्चिमी छोर पर पहुंचे थे कि सामने आ रही पिकअप से टक्कर हो गई। बताया जाता है कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक पर सवार बाल गोविंद के सिर का लोथड़ा सड़क पर बिखर गया और उसकी मौके पर हो गई। शिवम का बायां हाथ टूटकर टेढ़ा हो गया और सीने में काफी चोट लगी।

परिजन शिवम का इलाज कराने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज जा रहे थे। अस्पताल पहुंचने के पहले वह दम तोड़ दिया। पिता मथुरा पांडेय ने बताया कि दोनों पुत्रों में यह छोटा था। अभी शादी नहीं हुई थी। वहीं बाल गोविंद के पिता चंद्रिका यादव ने बताया कि पांच भाइयों में यह सबसे छोटा था। यह मुंबई के एक कंपनी में ड्राइवर था। भाई की शादी में वह 15 दिन पूर्व आया था। होली के बाद जाने की तैयारी में था।

 

 

 

 

 

 

 

 

Leave a Reply