विरोधियों की आवाज दबाने के लिए ओली सरकार का चीनी सेना को आमंत्रण

June 10, 2020 11:37 AM0 commentsViews: 577
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सहयोग के बहाने नेपाल में आ रही चीनी सेना

नजीर मलिक

कपिलवस्तु। कोरोना महामारी से निपटने के नाम पर नेपाल में चीनी सेना बुलाने की तैयारी चल रही है।नेपाल सरकार की यह बहुत गोपनीय योजना है। इसका खुलासा नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पार्टी के उपसभापति विमलेंद्र निधि ने मंगलवार को काठमांडू में प्रेसवार्ता के जरिए किया।उन्होंने कहा कि कोरोना पर काबू के नाम पर ओली सरकार के इस गुपचुप योजना का निहितार्थ कुछ और हो सकता है।

नेपाल प्रेस यूनियन द्वारा आयोजित डिजिटल संवाद कार्यक्रम में नेपाली कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है।इसका फैलाव नेपाल में पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक है। इस पर काबू पाने के लिए ओली सरकार ने चीन से सहयोग मांगा है। ओली सरकार ने संसद या अपने कैबिनेट में भी शायद इस गोपनीय योजना को साझा न किया हो लेकिन पक्का स्रोत से नेपाली कांग्रेस को सरकार के इस गुपचुप योजना की जानकारी हो गई।

नेपाली कांग्रेस नेता विमलेंद्र निधि ने काठमांडू प्रेस को चौकाने वाली जानकारी दी।बताया कि स्वास्थ्य सहयोग नामक दो हजार संख्या की चीनी टोली में केवल पांच सौ स्वास्थ्य कर्मी हैं। पंद्रह सौ की संख्या चीन जनमुक्ति सेना की है। कहा नेपाली कांग्रेस को मिली सूचना के अनुसार अगले दो चार दिनों में इनका आना शुरू हो जाएगा। इसके लिए नेपाल की ओली सरकार और चीन सरकार के बीच बात चीत फाइनल हो चुकी है।

नेपाल सरकार और चीन के मध्य हुए इस करार का विपक्ष विरोध कर रहा है।कोरोना के रोकथाम में सेना का उपयोग नागरिक अधिकारों पर पहरा के रूप में होगा। साथ ही जैसा कि विपक्ष को आशंका है, ओली सरकार चीनी सेना का उपयोग विपक्ष की आवाज दबाने व उन्हें डराने धमकाने में भी करेगी। विमलेंद्र निधि ने साफ कहा कि ओली सरकार का यह कदम नेपाल के अधकचरे लोकतंत्र के लिए खतरा है।

उन्होंने कहा कि ओली सरकार पूरी तरह फेल है।यह अपने पड़ोसी राष्ट्र से संबंध बनाने में भी नाकामयाब हैं।इसका देश के विकास पर विपरीत असर पड़ रहा है। अमरीकी प्रोजेक्ट एमसीसी नेपाल के विकास में मददगार हो सकता है लेकिन ओली सरकार की ढुलमुल विदेश नीति के चलते यह प्रोजेक्ट अधर में है।सरकार की इन सब विफलताओं को लेकर विपक्ष कोरोना से मुक्ति के बाद सरकार विरोधी बड़ा आंदोलन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। विपक्ष की योजना से ओली सरकार घबराई हुई है।इसके दमन के लिए वह दमनकारी रवैया अपनाने की रणनीति बना रही है।

नेपाल में चीनी सेना का आमंत्रण उसके विरोधियों की आवाज दबाने की साजिश का हिस्सा हो सकता है। उन्होंने कहा कि लिंपियाधुरा, लिपिलेख व कालापानी प्रकरण में नया नक्शा जारी कर ओली सरकार ने जनता के आंख में धूल झोंकने का काम किया है। यह अपनी नाकामी पर पर्दा डालने जैसा है। नेपाली कांग्रेस नेता ने कहा कि कब्जे की जमीन वापस पाने के लिए वातावरण तैयार करना होता है जो सौहार्द पूर्ण वार्ता से ही संभव है।

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