कालेज परिसर में छात्र नेताओं जम कर मारपीट, छात्रसंघ अध्यक्ष लहूलुहान, दोनों जेल गये
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। शिवपति पी.जी. शोहरतगढ़ दो छात्र नेताओं के बीच हुई मारपीट में कालेज के छात्रसंघ अध्यक्ष ऋषि वर्मा घायल हो गये। इस प्रकरण में पुलिस दोनो को शांतिभंग के आराप में गिरफ्तार कर लिया है। मौके पर पहुंचे प्राचार्य ने बीचबचाव कर दोनों को शांत कराया और घटना की सूचना पुलिस को दी। कॉलेज प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित दोनों छात्रों को हिरासत में ले लिया। घटना शुक्रवार की है। मामला छात्रसंघ की राजनति से जुड़ा बताया जा रहा है।
बताया जाता है कि शिवपति पी जी कालेज शोहरतगढ़ में बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋषि वर्मा और बीए द्वितीय वर्ष के छात्रनेता मो. शहजाद सिद्दीकी के बीच नियंता कक्ष के समीप मारपीट हो गई। मारपीट के दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष ऋषि वर्मा घायल हो गये। उनका सर फट गया और वह लहूलन हो गये। घटना की खबर पाकर माके पर पहुंचे प्राचार्य डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने दोनों को शांत कराया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर दोनों छात्र नेताओं को पकड़ कर थाने ले गई।
झगड़े का कारण एक के द्धारा दूसरे पर लड़की छेड़ने तथा दूसरे द्धारा उसको झूठे आरोप लगाने को लेकर चल रही शत्रुता बताई जाती है। इस बाबत एसओ शोहरतगढ़ राजेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि कॉलेज के प्राचार्य की सूचना पर ऋषि और मो. शहजाद को थाने लाया गया है। पुलिस ने मेडिकल जांच के बाद दोनों छात्र नेताओं को शांतिभंग में चालान कर दिया गया है। इस बाबत प्राचार्य डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि कॉलेज परिसर में अनुशासनहीनता करने वाले दोनों छात्रों को 20 फरवरी तक तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है।
दोनों एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
छात्रसंघ अध्यक्ष ऋषि वर्मा के मुताबिक मो. शहजाद कालेज में अकसर छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करता है। जिसकी सूचना उसने कॉलेज प्रशासन व पुलिस को पूर्व में दे रखी है, जबकि छात्रनेता मो. शहजाद सिद्दीकी के मुताबिक ऋषि उसे अपशब्द कहते हैं और झूठा आरोप लगाकर बदनाम करने की साजिश करते रहते हैं। दो दिन पूर्व ही उसने प्राचार्य को छात्रसंघ अध्यक्ष के खिलाफ लिखित शिकायत पत्र दिया है। इसलिए ऋषि कॉलेज परिसर में आकर उसे मारने लगा। प्राचार्य ने दोनों छात्रों के द्वारा शिकायत पत्र देने की बात को स्वीकार किया। बहरहाल स्वतंत्र सूत्रों के अनुसार यह झगड़ा कालेज में राजनीतिक वर्चस्व को लेकर बताया जा रहा है।