नंदू व रामदीन लड़ रहे मौत से जंग, प्रशासन नहीं दे रहा इंसाफ
नज़ीर मालिक
सिद्धार्थनगर। यह कहानी है हमारे सिस्टम की विफलता और कमज़ोर के साथ अन्याय की। मिश्रौलिया थाने के होरीलापुर गांव के नंदू और रामदीन नाम के दो व्यक्तियों को उसी गांव के दबंगों ने कल जानलेवा हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। दोनों गरीब मेडिकल कालेज में ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, लेकिन उनको मदद नही मिल रही और उनके लिए प्रशासन की तरफ से न्याय के दरवाज़े लगभग बंद हो चुके हैं।
दरअसल उनके घर के पास की थोड़ी से ज़मीन पर दबंग काफी दिनों से कब्ज़ा करने के प्रयास में है। उनके पास राजनीतिक संरक्षण भी है, जिसके कारण सच्चाई जानते हुए भी एसडीएम इटवा उन गरीबों को न्याय नहीं दे रहे। जब कि अदालती फैसला भी उनके पक्ष में है। उन्होंने दो- दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को गोरखपुर में शिकायत पत्र देकर न्याय की फरियाद भी की। इससे घबरा कर दबंगों की टीम कुछ दिन तो शांत रहे, लेकिन अब उन्होंने अवैध व जबरन कब्जे की कोशिश फिर शुरू कर दी। इसी प्रयास में उन्होंने गत दिवस नंदू व रामदीन पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।
सवाल है कि भष्टाचार और हिंसा को लेकर समझौता न करने की दावा करने वाली सरकार के अगुआ माननीय योगी जी की छत्रछाया में जीने की कोशिश करने वाले इन गरीब को न्याय क्यों नही मिल रहा? तहसील और थाना प्रशासन आखिर इसकी मदद किसके दबाव में नहीं कर रहा है? इससे तो सरकार और मुख्यमंत्री जी की ही छवि धूमिल होगी।
अंत मे प्रशासन से अनुरोध है की वह बिना किसी दबाव के इस गरीब को न्याय दें, अन्यथा जनता यही समझेगी की प्रशासन ही नहीं चाहता कि भय और “भ्र्ष्टाचार मुक्त सरकार” का मुख्यमंत्री का सपना पूरा हो सके।