कोरोना के कहर ने जिले के उदीयमान पत्रकार अंकित श्रीवास्तव का जीवन निगल लिया, सर्वत्र शोक का माहौल
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के युवा पीढ़ी के पत्रकारों में बेहद मेहनती और अंदर की खबरें निकालने में माहिर पत्रकार अंकित श्रीवास्तव आखिर कोरोना के समक्ष जीवन हार बैठे। वे मेदान्ता लखनऊ में एडमिट थे। चेतिसा क्षेत्र के ग्राम असिधवा निवासी लगभग 33 वर्षीय अंकित का निधन बीती रात 11 बजे हुआ। वह अपने पीछे पत्नी और एक तीन साल का पुत्र छोड़ गये हैं।
आज सुबह अंकित की मौत की खबर सुन कर जिले का बुद्धिजीवी वर्ग सन्न रह गया। वह पिछले एक महीने से कोरोना से संक्रमित होकर स्थानीय जिला अस्ताल में एडमिट हुए थे। लेकिन यहां स्वस्थ होते न देख कर वे लखनऊ के मेदांता में एडमिट हो गये। जहां तमाम प्रयासों के बाद उन्हें बचाया न जा सका और बीती रात साढ़े ग्यारह बजे उन्हाने अंतिम सांस लिया।
अंकित की मौत की खबर ने जिले के पत्रकारों को झाकझोर दिया है। अभी कुछ ही दिन पहले उनकी शादी हुई थी। उनका एक छोटा सा बेटा भी है। वह जिले के उन युवा पत्रकारों में से थे जो घटनाओं की रिपोर्टिंग अक्सर घटनास्थल पर पहुंच कर ही करते थे और बारीक से बारीक तथ्यों को ध्यान में रखते थे। वे कभी भी तथ्यों से समझता नहीं करते थे। उन्हें इलेक्ट्रिानिक मीडिया में कई अच्छी अच्छी खबरें ब्रेक करने का श्रेय प्राप्त है। उनके विधायक पर पूरा पत्रकार जगत शोकाकुल है। लोगों ने सरकार से उनके परिजनो को पत्रकारों के लिए सरकारी पैकज से तत्काल सहायता देने की मांग है।